आंध्र प्रदेश बलदी नज़म-ओ-नसक़ के वज़ीर पी नारायना ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि रियासती और मर्कज़ी हुकूमतें चोटी सेर करने वाले मिली मस्तान बाबू की लाश उनके आबाई वतन लाने की कोशिश कररही है।
मस्तान बाबू चली और अर्जनटीना के दरमयान वाक़्ये पहाड़ीयों पर मुर्दा पाए गए थे। उन्होंने कहा कि हमारे वज़ारत-ए-ख़ारजा की तरफ से चिली में हिंदुस्तानी सफ़ीर से बातचीत की जा रही है।