हैदराबाद 2 नवंबर (सियासत न्यूज़) रियासत में ओक़ाफ़ी जायदादों के तहफ़्फ़ुज़ केलिए वक़्फ़ बोर्ड की जानिब से जारी मुहिम के हिस्सा के तौर पर बोर्ड ने आज शहर के मुज़ाफ़ात में 423 अकऱ् क़ीमती अराज़ी के तहफ़्फ़ुज़ की मसाई शुरू की है। चोट ऊपल के क़रीब वाक़्य एक हज़ार करोड़ मालियती इस अराज़ी से नाजायज़ क़ाबेज़ीन की बरख़ास्तगी केलिए वक़्फ़ बोर्ड ने आज 2112 क़ाबेज़ीन को नोटिसें जारी की हैं।
रियास्ती वज़ीर-ए-क़लीयती बहबूद सय्यद मुहम्मद अहमद उल्लाह के साथ प्रैस कान्फ़्रैंस से ख़िताब करते हुए सदर नशीन वक़्फ़ बोर्ड मौलाना सय्यद शाह अफ़ज़ल ब्याबानी ख़ुसरो पाशाह ने बताया कि 400 साला क़दीम मस्जिद अलमास पेट के तहत ये अराज़ी है जिस की निशानदेही देढ़ माह क़बल उन्हों ने वज़ीर-ए-क़लीयती बहबूद के साथ दौरा करते हुए की थी, वक़्फ़ बोर्ड ने इस क़ीमती अराज़ी के हुसूल केलिए इक़दामात किए और सर्वे के ज़रीया सारी अराज़ी की हदबंदी की गई जिस के दौरान पता चला कि इस अराज़ी पर 2112 क़ाबेज़ीन है जिन में कई फ़ैक्ट्रीयां, रईल स्टेट और खुली अराज़ी शामिल है। बोर्ड ने एक ही दिन में तमाम क़ाबेज़ीन को नोटिस की इजराई अमल में लाई है और मुताल्लिक़ा रीवीनो डीवीझ़नल ऑफीसर (आर डी ओ) के ज़रीया नोटिसों की तामील की जाएगी।
ये अराज़ी रामोजी फ़िल्म सिटी के क़रीब डी ना गा्रम मौज़ा में सर्वे नंबरात 447 ता 703 के तहत आती है। वज़ीर-ए-क़लीयती बहबूद ने प्रैस कान्फ़्रैंस के दौरान ही आरडी ओ से फ़ोन पर रब्त पैदा किया और क़ाबेज़ीन को नोटिसों की हवालगी की हिदायत दी। मौलाना ख़ुसरो पाशाह ने बताया कि बोर्ड नाजायज़ क़ाबेज़ीन के ख़िलाफ़ मुहिम का आग़ाज़ करचुका है। उन्हों ने बतायाकि मस्जिद अलमास पेट की अराज़ी का रिकार्ड वक़्फ़ गज़्ट में मौजूद है और एक अंदाज़े के मुताबिक़ इस अराज़ी की मालियत एक हज़ार करोड़ रुपय से ज़ाइद है। वज़ीर-ए-क़लीयती बहबूद ने बतायाकि नोटिसों की इजराई के बाद अगर क़ाबेज़ीन बोर्ड से रुजू हूँ तो उन्हें किरायादार बनाने पर ग़ौर किया जाएगा और उन से नाजायज़ क़बज़ा की मुद्दत का किराया भी वसूल किया जाएगा।
किरायादार बनने से इनकार पर बोर्ड जायदादों को हासिल करलेगा। क़ाबेज़ीन की जानिब से अदालत से रुजू होने के इमकानात के बारे में पूछे जाने पर सदर नशीन वक़्फ़ बोर्ड ने बताया कि नलगनडा की एक अराज़ी के सिलसिला में जब क़ाबेज़ीन हाईकोर्ट से रुजू हुए तो अदालत ने उन्हें हिदायत दी कि वो पहले 30 लाख रुपय वक़्फ़ बोर्ड में जमा कराईं इस के बाद ही दरख़ास्त की समाअत की जाएगी। वज़ीर-ए-क़लीयती बहबूद ने वक़्फ़ और खासतौर पर सदर नशीन और अरकान की सताइश की उन्हों ने अंदरून 45 यौम मस्जिद अलमास पेट की अराज़ी के हुसूल की मसाई का आग़ाज़ करदिया।
उन्हों ने बतायाकि इस मस्जिद के तहत क़ौमी शाहराह 9 की तामीर केलिए 6 अकऱ् 4 गनटे अराज़ी हुकूमत ने हासिल की है जिस का मुआवज़ा 89 लाख 59 हज़ार 346 रुपय आर डी ओ के पास मौजूद हैं जो कि वक़्फ़ बोर्ड को जारी किए जाने हैं। गुज़शता दीढ़ साल से ये रक़म जारी नहीं की गई। इस सिलसिला में अहमद अल्लाह ने फ़ोन पर कलकटरनलगनडा से रब्त पैदा किया जिस पर उन्हों ने तयक़ुन दिया कि वो रक़म की इजराई केलिए आर डी ओ को हिदायत देंगी। वक़्फ़ बोर्ड में 100 अहम फाईलों के लापता होने की इत्तिलाआत की तरदीद करते हुए मौलाना ख़ुसरो पाशाह ने कहा कि बाअज़ फाइलें ज़रूर ग़ायब हैं ताहम उन की तादाद 100 नहीं है।
बोर्ड इस मुआमला की तहक़ीक़ात कररहा है और इस मुआमला को सी बी सी आई डी से रुजू किया जा सकता है। बोर्ड में 44 जूनियर अस्सिटैंटस के तक़र्रुत को हुकूमत की मंज़ूरी का हवाला देते हुए वज़ीर-ए-क़लीयती बहबूद ने बताया कि बहुत जल्द चीफ़ मिनिस्टर से ये अहकामात हासिल किए जाएंगी। वज़ीर-ए-क़लीयती बहबूद ने बताया कि बहुत जल्द पहाड़ी शरीफ़ के क़रीब नए हज हाॶस की तामीर केलिए चीफ़ मिनिस्टर के हाथों संग-ए-बुनियाद रखा जाएगा। तामीर के लिए जुमला 12.5 करोड़ मंज़ूर किए गए और 3 करोड़ जारी किए जा चुके हैं। इस मौक़ा पर रुकन वक़्फ़ बोर्ड एम ए जब्बार और सी ई ओ हबीब उद्दीन अहमद और दूसरे मौजूद थे।