चौक घड़ियाल को स्याहती मर्कज़ बनाने का फैसला जल्द अमल आवरी मुतवक़्क़े

चारमीनार पैदल राहरू प्रोजेक्ट के तहत अतराफ़ के जिन इलाक़ों को तरक़्क़ी देने का मंसूबा है, इन में चौक घड़ियाल को भी स्याहती मर्कज़ के तौर पर फ़रोग़ देना भी शामिल है। बल्दिया हैदराबाद की जानिब से चारमीनार पैदल राहरू प्रोजेक्ट को पाँच मराहिल में मुकम्मल करने का फैसला किया गया है और पहले मरहला में प्रोजेक्ट के तहत आने वाले तमाम क़ब्ज़ाजात की बरख़ास्तगी के इलावा सड़कों की तौसीअ के कामों की तकमील शामिल है जबकि दूसरे मरहले में ज़ेरे ज़मीन बर्क़ी सरब्राही निज़ाम को बेहतर बनाने का मंसूबा है।

पहले मरहला की कार्रवाई के दौरान चारमीनार के अतराफ़ बाअज़ जायदादें हासिल की जा चुकी हैं और बहुत जल्द दूसरे हिस्सा के कामों का आग़ाज़ होगा। बताया जाता है कि बल्दिया ने फ़ौरी जामा मस्जिद चौक के रूबरू वाक़े चौक घड़ियाल के अतराफ़ क़ब्ज़ाजात को बरख़ास्त करने का फैसला किया है और इस गार्डन को तफ़रीही मर्कज़ के तौर पर फ़रोग़ देने का मंसूबा तैयार किया गया है।

नवाब मीर महबूब अली ख़ान के दौर में तामीर कर्दा इस तारीख़ी चौक घड़ियाल के तहफ़्फ़ुज़ को यक़ीनी बनाने इक़दामात की मुतअद्दिद मर्तबा मुख़्तलिफ़ तनज़ीमों की जानिब से ख़ाहिश की गई है लेकिन इस के बावजूद छोटे ब्योपारियों के कारोबार को मद्दे नज़र रख कर चौक घड़ियाल के अतराफ़ कारोबार बरख़ास्त नहीं करवाए गए थे

लेकिन अब जबकि बल्दिया हैदराबाद ने चारमीनार पैदल राहरू प्रोजेक्ट शुरू करने का फैसला किया है और बल्दिया को सियासी हिमायत भी हासिल हो रही है तो उसी सूरत में ओहदेदार इन छोटे ब्योपारियों को इस मुक़ाम से फ़ौरी तौर पर मुंतक़िल करके 1892 में तामीर किए गए इस क्लाक टावर के तहफ़्फ़ुज़ को यक़ीनी बनाने के मुताल्लिक़ मंसूबा तैयार कर रहे हैं। ज़राए के बामूजिब पार्क के फ़रोग़ से मुतास्सिर छोटे ब्योपारियों को मुतबादिल जगह की फ़राहमी से मुताल्लिक़ भी मंसूबा बंदी की जा रही है।