चौमहल्ला पैलेस में क़ुरआन मजीद के क़दीम तरीन नुस्ख़ा की दुरूस्तगी का काम

हैदराबाद 30 मई – हिंदूस्तान भर में शहर हैदराबाद को इस बात का एज़ाज़ हासिल है कि यहां मुल्क़ की दीगर रियासतों और शहरों की बनिसबत सब से ज़्यादा मख़तूतात (स्क्रिप्ट)पाए जाते हैं । इस लिए हमारे शहर को मख़तूतात का मर्कज़ भी कहा जाता है।

आसिफ़ जाहि हुक्मरानों बिलख़ुसूस नवाब मीर महबूब अली ख़ांन बहादुर और नवाब मीर उस्मान अली ख़ांन बहादुर ने दुनिया के मुख़्तलिफ़ मुक़ामात से क़ुरआन मजीद के क़दीम तरीन नुस्ख़ाजात मंगवाते हुए उन्हें अपने महलात में बड़े ही एहतेमाम से रखा इस तरह जामिया उस्मानिया के दायरतुल माअरूफ़ , तारीख़ी सालार जंग म्यूज़ीयम , चौमहल्ला पैलेस , चिरयान पैलेस और नज़री बाग़ के इलावा दीगर म्यूज़ीयम्स और मुक़ामात में भी हज़ारों मख़तूतात जमा किए गए।

इस तरह आसिफ़ जाहि हुकूमत के ख़ात्मा के बावजूद मज़कूरा मुक़ामात और इदारों में क़ुरआन मजीद के क़दीम नुस्खे़ और अरबी , उर्दू , फ़ारसी , तेलुगु , मराठी और दीगर ज़ुबानों के नादिरो नायाब मख़तूतात के ज़ख़ाइर मौजूद हैं जो क़दरदानों को आज भी दावत मुशाहिदा देते हैं।

सलतनत आसिफ़ जाहि के हुक्मरानों ने क़ुरआन मजीद के क़दीम नुस्खे़ भी जमा करते हुए इस लाकीमत कलेक्शन को अपने महलात में बड़े एहतेमाम से रखा था । ताहम वक़्त गुज़रने के साथ साथ इन नुस्ख़ों का काग़ज़ बोसीदगी की जानिब रवां दवां हो गया ताहम शहज़ादी अस्रा ने चौमहल्ला पैलेस , चेरियान पैलेस और नज़री बाग़ में मौजूद क़ुरआन मजीद के क़दीम तरीन नुस्ख़ों की दुरूस्तगी में ख़ुसूसी दिलचस्पी ली।

इस तरह उन नुस्ख़ों को अवाम के मुशाहिदा के लिए रखे जाने के मंसूबा पर काम शुरू हो गया । वाज़ेह रहे कि इन नुस्ख़ों में 1450 का भी एक नुस्ख़ा है और ये ख़ित्ते कूफ़ी में है । जब कि कपड़े पर प्रिंट की गई क़ुरआन मजीद के बेमिसाल नुस्ख़ा को देख कर भी लोग हैरान रह जाएंगे । इस कलेक्शन में क़ुरआन मजीद का ऐसा नुस्ख़ा भी शामिल है जिसे चावल से तय्यार कर्दा ख़ुसूसी काग़ज़ पर तहरीर किया गया है।

इस कलेक्शन में ऐसे क़लमी नुस्खे़ भी हैं जो ख़ित्ते नुस्ख़ और सलस में हैं । बताया जाता है कि तीसरे निज़ाम नवाब सिकन्दर जाह बहादुर की फ़र्माइश पर तहरीर कर्दा क़ुरआन मजीद के दो नुस्ख़ा भी इस कलेक्शन में मौजूद हैं इस के इबतिदाई दो सफहे की सोने से तज़ईन की गई है । इस कलेक्शन में क़ुरआन मजीद का ऐसा नुस्ख़ा भी है जो 200 साल क़ब्ल तहरीर किया गया था ।

9×7 फ़ुट के कपड़े पर तहरीर कर्दा क़ुरआन मजीद का ये नुस्ख़ा हिंदूस्तान में अपनी तर्ज़ का मुनफ़रद नुस्ख़ा होगा । इस के इलावा कश्मीर में तय्यार कर्दा क़ुरआन मजीद के ऐसे नुस्ख़े भी हैं जो चावल के काग़ज़ पर तहरीर किए गए हैं।

डायरेक्टर चौमहल्ला पैलेस मिस्टर किशन राव के मुताबिक़ नुस्ख़ों को उन की असली हॉल तों पर बहॉल करने के साथ ही इन्हें अवाम के मुशाहिदा के लिए रखा जाएगा।