छत्तीसगढ़ चुनाव: पूर्व सीएम अजित जोगी कि पत्नी को कांग्रेस ने नहीं दिया टिकट

छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने अंतिम 19 उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है। पार्टी ने पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की पत्नी रेणु जोगी का टिकट काट दिया है।

छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ नेताओं ने गुरुवार को बताया कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने 19 उम्मीदवारों की अंतिम सूची जारी कर दी है। इसी के साथ पार्टी ने सभी 90 विधानसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी है।

उन्होंने बताया कि पार्टी ने इस सूची में 13 नए चेहरों लैलुंगा से चक्रधर प्रसाद सिदार, रायगढ़ से प्रकाश नायक, कोटा से विभोर सिंह, बिल्हा से राजेंद्र शुक्ला, बिलासपुर से शैलेष पांडेय, जैजैपुर से अनिल कुमार चंद्रा, रायपुर शहर दक्षिण से कन्हैया अग्रवाल, कुरूद से लक्ष्मीकांता साहू, संजारी बालोद से संगीता सिन्हा, गुंडरदेही से कुंवर सिंह निशाद, बेमेतरा से आशिष छाबरा, नवागढ़ से गुरदयाल सिंह बंजारे और पंडरिया से छत्तीसगढ़ी गायिका ममता चंद्राकर को मौका दिया है।

कांग्रेस नेताओं ने बताया कि पार्टी ने बसना से पूर्व विधायक देवेंद्र बहादुर सिंह, धरसिवा से झीरम हमले में शहीद योगेंद्र शर्मा की पत्नी अनिता शर्मा, रायपुर शहर उत्तर से पूर्व विधायक कुलदीप जुनेजा, धमतरी से वर्तमान विधायक गुरमुख सिंह होरा, वैशाली नगर से पूर्व विधायक बदरूददीन कुरैशी को उम्मीदवार बनाया है।

उन्होंने बताया कि पार्टी ने दुर्ग ग्रामीण से दुर्ग लोकसभा क्षेत्र के सांसद ताम्रध्वज साहू को अपना उम्मीदवार बनाया है। वहीं कोटा की विधायक और पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की पत्नी रेणु जोगी का टिकट काट दिया है। कोटा से नए चेहरे पूर्व पुलिस अधिकारी विभोर सिंह को मौका दिया गया है।

छत्तीसगढ़ में रायपुर नगर दक्षिण, बिलासपुर, कुरूद और नवागढ़ विधानसभा सीट से भाजपा के विधायक बृजमोहन अग्रवाल, अमर अग्रवाल, अजय चंद्राकर और दयालदास बघेल राज्य शासन में मंत्री हैं। इनके खिलाफ पार्टी ने नए चेहरों कन्हैया अग्रवाल, शैलेष पांडेय, लक्ष्मीकांता साहू और गुरदयाल सिंह बंजारे पर भरोसा जताया है। पार्टी ने दुर्ग ग्रामीण से प्रतिमा चंद्राकर को उम्मीदवार बनाया था लेकिन बाद में सांसद ताम्रध्वज साहू को चुनाव मैदान में उतारने का फैसला किया है।

छत्तीसगढ़ में हो रहे विधानसभा के चुनाव में दो चरणों में मतदान होगा। प्रथम चरण में इस महीने की 12 तारीख को बस्तर क्षेत्र के सात जिले और राजनांदगांव जिले के 18 सीटों पर मतदान होगा। वहीं दूसरे चरण में 20 नवंबर को 72 सीटों के लिए मत डाले जाएंगे।

राज्य में कांग्रेस पिछले 15 वर्षों से विपक्ष में है। कांग्रेस ने इस चुनाव में सरकार बनाने के लिए नए चेहरों पर दांव लगाया है। वहीं लगातार तीन कार्यकाल पूरा करने वाली भारतीय जनता पार्टी ने इस बार 65 से अधिक सीटों पर जीत का लक्ष्य रखा है।