छत्तीसगढ़ में नक्सलियों ने नहीं सुरक्षाबलों ने जलाए थे 160 घर: सीबीआई रिपोर्ट

नई दिल्ली: सीबीआई ने सुरक्षाबलों पर एक बड़ा आरोप लगते हुए कहा है कि छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के तादमेतला गांव में जो आग लगी थी जिस में 160 घरों को जला कर रख कर दिए गए थे, वह आग नक्सलियों ने नहीं बल्कि सुरक्षाबलों ने लगाई थी.
आपको बता दें 11 और 16 मार्च 2011 के दौरान पुलिस ऑपरेशन में गांव में 250 घरों को जलाकर फूंक दिया गया था, और इस दौरान तीन व्यक्ति मारे गए और तीन महिलाओं के साथ बलात्कार किया गया था. जुलाई 2011 में कोर्ट ने इन घटनाओं की सीबीआई जांच का आदेश दिया था और इस हफ़्ते रायपुर में सीबीआई की विशेष अदालत में तीन अंतिम रिपोर्ट दी गई. फिर सुप्रीम कोर्ट की बेंच में इन रिपोर्ट्स को पेश किया गया.

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नेशनल दस्तक ने अंग्रेज़ी दैनिक इंडियन एक्सप्रेस केहवाले से खबर दी है कि सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट को अपनी जांच की स्टेटस रिपोर्ट सौंपते हुए कहा कि पुलिस ऑपरेशन में तादमेतला गांव में 160 घर जलाकर खाक कर दिए गए थे. इस मामले में सात विशेष पुलिस अधिकारियों के ख़िलाफ़ चार्जशीट दायर की गई है. सीबीआई ने कहा कि इस त्रासदी में 323 विशेष पुलिस अधिकारियों, पुलिसकर्मियों और CRPF तथा कोबरा के 95 कर्मियों के शामिल होने के उसके पास सबूत हैं.

सीबीआई ने इस घटना के दो हफ्ते बाद स्वामी अग्निवेश के काफिले पर हमले के सिलसिले में सलवा जुडूम के 26 नेताओं के ख़िलाफ भी चार्जशीट दायर की है. इन नेताओं का बस्तर में बीजेपी और कांग्रेस से संबंध हैं. इनमे से कुछ का विकास संघर्ष समिति, अग्नि और सामाजिक एकता मंच जैसे पुलिस समर्थक गुटों से भी संबंध है.

शुक्रवार को सॉलिसिटर जनरल रंजीत सिंह कुमार और अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कोर्ट को तीन मामलों में आरोप-पत्र दायर करने और दो मामलों में क्लोज़र रिपोर्ट के बारे में जानकारी दी.