छत्तीसगढ़ को कोयला प्रोजेक्टस में तेज़ी लाने की हिदायत

नई दिल्ली

मर्कज़ का 2019 तक एक बिलीयन टन पैदावार का निशाना: कोयला सेक्रेटरी

वज़ारत कोयला ने हुकूमत छत्तीसगढ़ को कानकनी के प्रोजेक्टों को मंज़ूरी के अमल में तेज़ी लाने के लिए कहा है जबकि मर्कज़ ने कोल इंडिया के लिए 2019 तक एक बिलीयन मेट्रिक टन ख़ुशक ईंधन पैदा करने का निशाना मुक़र्रर किया है। कोल सेक्रेटरी अनील स्वारूप ने रियासती हुकूमत को एक मकतूब में कहा कि मर्कज़ी हुकूमत 2019 तक एक बिलीयन टन की सतह तक की पैदावार को लेजाने की सुई कररही है, इस निशाना के हुसूल के लिए जामि हिक्मत-ए-अमली तर्तीब दी गई है।

उन्होंने छत्तीसगढ़ के चीफ़ सेक्रेटरी कुमार को मौसूमा मकतूब में ये भी कहा कि इस हिक्मत-ए-अमली के बड़े अजज़ा में कोल इंडिया लिमिटेड की कान को मुम्किना हद तक तेज़ी से कारकरद बनाना शामिल है, क्योंकि मुख़्तलिफ़ मसाइल के सबब इस मामले में सुस्त रवी देखी गई जिन्होंने प्रोजेक्टों को लेत-ओ-लाल में डाल दिया। हुसूल अराज़ी,ला ऐंड आर्डर और दीगर क़ानूनी क्लीयरैंस से मुताल्लिक़ मसाइल की रियासती सतह पर यकसूई करनी होगी। इस रियासत में मारज़ अलतवा बाज़ कोयला कानकनी प्रोजेक्टस में दीपिका ओ सी माइन, पीलमा ओसी, जगन नाथ प्र, छल ओ सी, बरूद ओ सी और कर ताली ओ सी शामिल हैं।