छात्र नजीब अहमद की गुमशुदगी को लेकर JNU में हुआ हंगामा

नई दिल्‍ली: दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में बायोटेक्नोलॉजी के छात्र नजीब अहमद के लापता होने को लेकर छात्रों ने बुधवार शाम से हंगामा शुरू कर दिया। जेएनयू के एडमिनिस्ट्रेशन ब्लॉक के बाहर सैंकड़ों छात्रों ने इस मुद्दे पर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया जो पूरी रात चलता रहा। हंगामे के चलते यूनिवर्सिटी के वीसी, प्रॉक्टर और अन्‍य अधिकारियों को एडमिन ब्लॉक में छात्रों का गुस्सा शांत होने तक कैद होकर रहना पड़ा। लेकिन देर रात तक हंगामा कर रहे छात्रों को समझाने के लिए बाहर आये यूनिवर्सिटी के वीसी ने छात्रों संबोधित करते हुए कहा कि नजीब के बारे में पता करने की पूरी कोशिश की जा रही है इसलिए छात्र शान्ति बनाये रखें। वीसी की दलीलें प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर बेअसर रहीं और विरोध प्रदर्शन पहले की तरह ही जारी रहा।

रात भर चले इस हंगामे को लेकर यूनिवर्सिटी वीसी से बात करने पर उन्होंने छात्रों पर उन्‍हें गलत तरीके से बंधक बनाने का आरोप लगाया है। वीसी का कहना है कि लापता हुए छात्र को ढूंढने की पूरी कोशिश की जा रही है। लेकिन प्रदर्शन कर रहे स्टूडेंट्स को यह समझना चाहिए कि इस तरह अपने शिक्षकों को बंधक बनाना सही तरीका नहीं है।

वहीँ छात्रों ने अपने रुख का बचाव करते हुए दावा किया कि उन्होंने किसी को अवैध रूप से बंधक नहीं बनाया है। जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष मोहित पांडेय ने कहा, ”हमने जेएनयू के एडमिन ब्लॉक में किसी को अवैध रूप से बंधक नहीं बनाया। हमने तो ब्लॉक में खाना भी भेजा है।” एक मीडिया चैनल के माध्यम से यह भी पता चला है कि गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने जहाँ इस पूरे मामले को लेकर दिल्‍ली पुलिस कमिश्‍नर आलोक वर्मा से भी बात की है वहीँ नजीब अहमद के बारे में पुलिस को जानकारी देने वालों के लिए दिल्ली पुलिस ने 50 हजार के इनाम की भी घोषणा की है।

जेएनयू के छात्रों का आरोप है कि नजीब को ढूंढने में जेएनयू प्रशासन और पुलिस लापरवाही बरत रही है। आपको बता दें कि लापता छात्र नजीब अहमद जेएनयू के स्कूल ऑफ बायोटेक्नोलॉजी का छात्र है और शनिवार से कथित तौर पर लापता है। उसके लापता होने से एक रात पहले कैंपस में उसका झगड़ा हुआ था। नजीब यूपी के बदायूं जिले का रहने वाला है।