छिपकली गिरा खाना खिलाया

जमशेदपुर 26 अप्रैल : चांडिल ब्लाक के खूंटी वाक़ेय सरकारी मिडिल स्कूल में जुमेरात को ज़हरीला खाना खाने के बाद दर्जनों तालबे इल्म को उल्टी होने लगी।

हालत बिगड़ने पर बच्चों को हेल्थ सेंटर चांडिल ले जाया गया. यहां तकरीबन 35 बच्चे बेहोश हो गये। ज़्यादातर बच्चों को वहीं से रिलीज कर दिया गया, जबकि कई को एमजीएम जमशेदपुर रेफर किया गया। इनमें से चार बच्चों को छोड़ कर दुसरे को इब्तेदाई इलाज के बाद एमजीएम से भी रिलीज कर दिया गया है। इधर सरायकेला के डीसी ने मामले की ताफ्सिश कराने की बात कही है।

मुतासिर बच्चों के मुताबिक शुरू में उस्ताज़ा ने मामले को दबाने की कोशिश किया, पर बच्चों की हालत बिगड़ने से मामले का खुलासा हो गया। हेल्थ सेंटर चांडिल में तकरीबन 75 तलबा का इलाज किया गया। चांडिल में इलाज के दौरान तीसरी क्लास के सूरज, पांचवीं के लक्खी, प्रियंका, नितू समेत दीगर दो ने पेट में जलन की शिकायत की, जिन्हें तुरंत एमजीएम अस्पताल भेज दिया गया। बाद में दुसरे सभी बच्चों समेत खाना बनानेवाली रसोइमाता गुरुवारी माझी को भी एमजीएम भेज दिया गया। बच्चों को दो बस, चार टाटा मैजिक, एक कमांडर और दो एंबुलेंस से जमशेदपुर एमजीएम भेजा गया।

क्या है मामला
सरकारी मिडिल स्कूल खुंटी में बच्चों को 10 : 30 बजे मिड डे मिल भोजन दिया गया। इसी दरमियान किसी बच्चे ने दाल में छिपकली देखी। जब तक जानकारी मिली, तब तक ज़्यादातर बच्चे खाना खा चुके थे। उस्ताज़ा ने बच्चों को इस बात का जिक्र कहीं नहीं करने की हिदायत दी। लेकिन कुछ ही देर बाद बच्चों को उल्टी शुरू हो गयी। बच्चों को स्कूल से छुट्टी दे दी गयी। घर चहुंचने के बाद भी कई बच्चों ने उल्टी की। इसके बाद बच्चों ने अपने अहले खाना को मिड डे मिल के दाल में छिपकली गिरने की बात बतायी।

एमजीएम में 164 बच्चों का इलाज

सरकारी मिडिल स्कूल खूंटी में छिपकली गिरे मिड डे मिल खाना खानेवाले 164 बच्चों को एमजीएम अस्पताल लाया गया। एमजीएम में घंटों अफरा-तफरी मची रही। चिल्ड्रेन वार्ड में बेड फूल होने के बाद बच्चों की जांच ओपीडी के मेन हॉल में किया गया।