छेड़छाड़ मामले में प्रदेश अध्यक्ष के बचाव में उतरे सीएम खट्टर, कहा- ‘बेटे की सजा बाप को क्यों?’

नई दिल्ली। हरियाणा भाजपाध्यक्ष सुभाष बराला के बेटे विकास बराला पर एक लडक़ी से छेड़छाड़ के आरोप के मामले में राजनीति भी तेज हो गई है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने जहां इसे आरोपी का व्यक्तिगत मामला बताते हुए कहा है कि बेटे के लिए पिता को सजा क्यों?

वहीं, हरियाणा से भाजपा सांसद राजकुमार सैनी ने बराला से इस्तीफा मांग पार्टी को धर्म संकट में डाल दिया है। दूसरी ओर, पीडि़ता ने सोशल मीडिया पर दर्द बयां किया और उनके आईएएस पिता ने भी दोषियों को सजा मिलने तक चुप न बैठने की बात कही है।

एक रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस ने पहले विकास और उसके दोस्त के खिलाफ आईपीसी धारा 354 डी (पीछा करना), मोटर वेहिकिल एक्ट धारा 185 में एफआईआर दर्ज की।

इनके खिलाफ धारा 341 (किसी को जबरन रोकने), 365 (किसी का गुप्त तरीके से अपहरण), और 511 भी लगाई। धारा 511 (आजीवन कारावास या अन्य कारावास जैसे अपराधों का प्रयत्न) भी जोड़ी गईं।

हालांकि बाद में लगी धाराओं को हटाकर पुलिस ने दोनों आरोपियों को जमानत दे दी। पुलिस का कहना है कि वो धारा 365 और 511 पर कानूनविदों की राय ले रही है।

सीएम खट्टर के मुताबिक बेटे के अपराध की सजा पिता को दिया जाना उचित नहीं हैै। उन्होंने दावा किया कि दोषी के खिलाफ कार्रवाई होगीचंडीगढ़ पुलिस ने शिकायत दर्ज की, उचित कार्रवाई करेगी।

मामला सुभाष बराला से नहीं बल्कि हर इंसान से जुड़ा है। जो दोषी होगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। मनोहर लाल खट्टर, मुख्यमंत्री

छेडख़ानी मामले में सीएम खट्टर के रूख से अलग कुरूक्षेत्र से भाजपा सांसद राजकमुार सैनी ने हरियाणा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला से नैतिक आधार पर इस्तीफा देने की मांग की है।