छोटे ताजिरीन को ज़ाइद क़र्ज़ाजात की ज़रूरत, सदर नशीन एम एस ई डी सी

माईक्रो स्माल इंटरप्राइज़र्स डेवलप्मेन्ट कारपोरेशन ( एम एस ई डी सी ) ने एक ब्यान में कहा है कि देहातों में बैंकों की जानिब से छोटे ज़रूरतमंद तिजारत पेशा अफ़राद को क्रेडिट गैरेन्टी फ़ंड ट्रस्ट माईक्रो ऐंड स्माल एंटरप्राइज़ेस स्कीम (सी जी टी एम इस ई ) के तहत क़र्ज़ की रक़म में इज़ाफ़ा करने की ज़रूरत है।

बताया गया कि इस स्कीम पर रियासत टामिलनाडू और कर्नाटक की तरह रियासत आंध्र प्रदेश में सहीह तरीका से अमल आवरी नहीं की जा रही है जब कि इस मसअले को रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया से रुजू किया गया है ताकि छोटे ब्योपारियों को बगैर ज़मानत के क़र्ज़ाजात जारी किए जा सकें।

रियासत में औसत और छोटे तिजारती यूनिट्स पिछले साल तीन माही के 7,415 के मुक़ाबिल जारीया साल तीन माही में 5430 यूनिट्स हैं।