छोटे पर केस के बाद बड़े ओवैसी ने संभाली कमान

भागलपुर : पांचवें मरहले के लिए नॉमिनेशन का वक़्त खत्म होने के बाद यह तय हो गया कि सीमांचल की छह सीटों पर ही एआइएमआइएम के उम्मीदवार इंतिख़ाब लड़ेंगे। साबिक़ में चारों जिले की सभी 24 सीटों पर इंतिख़ाब लड़ने की एलान हुई थी। हालांकि छह सीटों पर इंतिख़ाब लड़ने को लेकर तरह-तरह के कयास लग रहे हैं। कई तरह की बहस भी जोरों पर है। सभी अपने-अपने ढंग से कैंप कर रहे हैं।

पार्टी ज़राये का कहना है कि पहली बार बिहार में पार्टी अपनी जमीन बना रही है। ऐसे में ज़्यादा सीटों पर लड़ना मुनासिब नहीं था। ऐसी सीटों का सलेक्शन किया गया, जहां उम्मीदवार आमने-सामने की लड़ाई में हों। सियासी जानकारों की मानें तो ओवैसी की पार्टी के मैदान में आने से वोटों का तक़सीम में किसी को फायदा तो किसी को नुकसान पहुंचाने के लिए काफी है। सीमांचल के रास्ते बिहार में पहली बार धमक देनेवाली एआइएमआइएम की पहली सभा में छोटे ओवैसी के तक़रीर से ही यह तय हो गया था कि पार्टी अपनी पूरी ताकत झोंकेगी। वैसे नॉमिनेशन खत्म होने के बाद किशनगंज में कैंप कर रहे एमपी असदुद्दीन ओवैसी ने सभा व रोड शो शुरू कर दिया है। इतना ही नहीं हैदराबाद व दीगर जगहों से पहुंची टीम पॉलिसी तय कर रही है।

एक सप्ताह पहले किशनगंज पहुंचे अकबरुद्दीन ओवैसी के सामने ही छह सीटों के उम्मीदवार के नाम की एलान की गयी थी। हालांकि उस वक़्त पार्टी के ओहदेदारों ने कहा था कि बाक़ी सीटों पर उम्मीदवार के नाम की एलान बाद में होगी। बीच-बीच में भी पार्टी के ओहदेदारों की तरफ से यह कहा जाता रहा कि उम्मीदवारों का सलेक्शन किया जा रहा है। एमपी असदुद्दीन ओवैसी के किशनगंज दौरे पर नाम की एलान की जायेगी। असदुद्दीन ने चार दिन से किशनगंज समेत पूर्णिया व कटिहार में इजलास की, लेकिन दीगर सीटों पर उम्मीदवारों के नाम पर कश्मकश बना रहा। नॉमिनेशन खत्म होने के बाद ही यह तय हो पाया कि छह सीटों पर ही पार्टी इंतिख़ाब लड़ेगी।

सीमांचल में अपने पहले दौरे में मुनक्कीद इजलास में छोटे ओवैसी अकबरुद्दीन के तक़रीर पर एफ़आईआर दर्ज होने के बाद अब इंतिख़ाब की कमान बड़े ओवैसी असदुद्दीन ने संभाल ली है। पूर्णिया, कटिहार और किशनगंज की अपनी इंतिखाबी इजलास में ओवैसी के निशाने पर भाजपा व लालू रहे। इतना ही नहीं ओवैसी की पूरी टीम किशनगंज में कैंप कर रही है।

जिन छह सीटों पर ओवैसी की पार्टी इंतिख़ाब लड़ रही है, उनमें अमौर, बायसी, किश्नगंज, कोचाधामन, बलरामपुर और रानीगंज सीट शमिल है। ये तमाम मुसलिम अक्सरियत इलाके हैं।