* ए पी सी सी एफ़ मिस्टर पी एस राउ कि अख़बारी नुमाइंदों से बातचित
यलारेड्डी । ( सियासत न्यूज़) जंगलों को काट कर खैतीबाडी जमीन में बदलते हुए क़बज़ा करने वालों पर पी डी एक्ट लागु करने के लिए पीछे नहीं हटेंगे।
एडीशनल प्रींसीपाल कंज्रुवीटर ओफ़ चीफ़ फोरेस्ट ( एडमिनिस्ट्रेशन ) मिस्टर पी सत्य नारायणा राव ने ये चेतावनी दि। उन्हों ने कहा कि जंगल की जमीनों पर क़बजे हरगिज़ बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। उन्हों ने एसे लोगों के ख़िलाफ़ क्रीमिनल केस दर्ज करने कि भी चेतावनी दि।
उन्हों ने मुस्तक़र पर सहराई गेस्ट हाउस पर अख़बारी नुमाइंदों से कहा कि रेज्रीव फोरेस्ट में मौजूद जमीनों पर पट्टा जात देने का किसी को हक़ नहीं। कुछ लोगों को जमीन पर खैतीबाडी करने का हक़ दिया गया लेकिन किसी को आज तक कोई पट्टा नहीं दिया गया।
साल 2005-एसे पहले जंगल कि जमिन पर जिस किसी ने भी खैती करते हुए अपना गुज़र बसर किया हो इस फ़र्द को इस जमिन पर हक़ देने का हुकूमत ने फ़ैसला किया है, और सिर्फ अनाज हासिल करने के लिए ही जमिन को इस्तिमाल करने का मश्वरा दिया। अगर जंगल कि जमिन पर बोरवेल के लिए खुदवाई और ट्रेक्टर से सफ़ाई, बिजली लाईन लाने की कोशिश की जाए तो फोरेस्ट क़ानून के तहत मुजरिम शुमार होगा।
जंगल कि जमीनों पर क़बज़ा करने वाले इलाकों को सरकारी स्कीमात से दूर करने कि भी चेतावनी दि। मिस्टर सत्य नारायना राउ ने बताया कि जंगल कि हिफाजत को यक़ीनी बनाने के लिए पुलिस की मदद लेने के उन्हों ने ओहदेदारों को अहकामात जारी किए। मुक़ामी पुलिस की तरफ के दिलचस्पी ना लेने पर आला ओहदेदारों से संपर्क करके मदद ली जाएगी।
जंगल कि जमिन कि हिफाजत के लिए लोगों में शऊर बेदार करने के लिए सभाएं मुनाक़िद करने की कोशिश करेंगे। इस मौके पर ज़िला जंगल विभाग के चीफ़ कंज्रुवीटर मिस्टर सिल्वा राज, कामा रेड्डी ए एफ़ ओ, शतीजा और एफ़ आर ओ मिस्टर गंगिया मौजूद थे।