जंग से मुतास्सिरा सवा लाख फ़लस्तीनी बे आसरा – यू एन

अक़वामे मुत्तहिदा के फ़लस्तीनी पनाह गुज़ीनों की बहाली के इदारा ओनर्वा के सरब्राह क्राहनपोल ने कहा है कि ग़ाज़ा में इसराईल की 51 रोज़ा जारहीयत के नतीजे में बेघर होने वाले सवा लाख फ़लस्तीनी अब भी बे यारो मददगार खुले आसमान तले ज़िंदगी गुज़ारने पर मजबूर हैं।

उन का कहना है कि दौलते इस्लामी दाइश के ख़िलाफ़ आलमी बिरादरी के ऑप्रेशन के नतीजे में ग़ाज़ा में बहालीऔर इमदादी काम मुतास्सिर हो रहे हैं। यू एन मंदूब ने इन ख़्यालात का इज़हार अल अर्बिया के प्रोग्राम डिप्लोमैटिक रोड में गुफ़्तगु के दौरान किया।

उन्हों ने ग़ज़ा पट्टी पर इसराईली फ़ौज की वहशियाना बमबारी और इस के नतीजे में होने वाली तबाही और बर्बादी और शहरीयों की मुश्किलात का तफ़सील से नक़्शा खींचा।