कराची: पाकिस्तान के बलोचिस्तान में अलगाववादी मूवमेंट में फूट पड़ने के संकेत मिल रहे हैं। ब्रह्मदाग बुगती के एक रिश्तेदार ने कहा है कि भारत के साथ युद्ध होने की हालत में वह अपने देश का साथ देंगे। वह पाकिस्तान के लिए लड़ेंगे।
ब्लोचिस्तान के अलगाव मूवमेंट के लीडर ब्रह्मदाग बुगती के भतीजे शाहजैन बुगती की राय अपने चाचा से बिल्कुल नहीं मिलती है। शाहजान का कहना है कि अगर भारत के साथ जंग छिड़ती है तो वह और उनके कबायली लड़ाके पाकिस्तान की सेना के साथ मिलकर भारतीय सैनिकों के खिलाफ लड़ेंगे। जिनेवा में रहने वाले ब्रह्मदाग बुगती के भतीजे शाहजैन ने जम्हूरी वतन पार्टी के वार्षिक सम्मेलन में ये बात रखी।
ब्रह्मदाग बुगती ने भारत में शरण मांगने पर शहजान का कहना है कि , ब्रह्मदाग का जहां भी रहने के इच्छा वहां, रह सकते हैं, चाहे भारत हो या जिनेवा, लेकिन जहां तक मेरी और पार्टी की बात है तो हम हमेशा नवाब अकबर बुगती के हुक्म का पालन करेंगे। जम्हूरी वतन पार्टी उनके दादा ने बनाई थी। और वह हमेशा पाकिस्तान को ही अपना वतन मानते थे।
अगस्त-2006 में अकबर बुगती के मारे जाने के बाद उनके पोतों और बेटों में उत्तराधिकार की लड़ाई चल रही है। शाहजैन और ब्रह्मदाग कबीले के प्रमुख के दावेदार हैं और उन्होंने आली बुगती को उनका उत्तराधिकार मानने से इनकार कर दिया है।