नई दिल्ली। देश के वरिष्ठ नेता शरद यादव ने जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करने की रोक का विरोध किया है। शरद यादव ने कहा कि यह विरोध करने का एक प्रतीक बन गया था, जहां से लोग अपनी आवाज़ को सरकार तक पहुंचाते थे। एनजीटी के फैसले के खिलाफ़ जाने का फैसला किया है।
शरद यादव ने कहा कि जंतर मंतर जनता की आवाज को सरकार तक पहुंचाने का प्रतीक स्थल बन गया था, लेकिन एनजीटी ने प्रदूषण के नाम पर यहां आंदोलन को प्रतिबंधित कर दिया।
शरद यादव ने कहा जंतर मंतर के आसपास स्थित दो चार बंगलों में रहने वालों की सहूलियत के लिये आंदोलन की आवाज को ध्वनि प्रदूषण बताकर विरोध प्रदर्शनों को प्रतिबंधित करना लोकतंत्र की भावना के खिलाफ है।