हैदराबाद 30 मार्च ( सियासत न्यूज़ ) वाई एस जगन मोहन रेड्डी के ग़ैर मह्सूब असासाजात के केस में सी बी आई ने अपनी तहक़ीक़ात में शिद्दत पैदा करदी है। बताया जाता है कि साबिक़ चीफ़ मिनिस्टर आँजहानी वाई एस राज शेखर रेड्डी के क़रीबी समझे जाने वाले ओहदेदारों और उनके साथ काम करने वाले ऑफिसर्स से भी पूछ-ताछ की जा रही है।
बताया जाता है कि सी बी आई के ओहदेदारों ने वाई एस राज शेखर रेड्डी के दौर में उन के प्रिंसिपल सेक्रेट्री की हैसियत से ख़िदमात अंजाम देने वाले ओहदेदार जन्नत हुसैन से भी पूछ-ताछ की है।
इत्तिलाआत के मुताबिक़ ओहदेदारों ने जन्नत हुसैन की क़ियामगाह पहुंच कर उन से बाअज़ उमूर पर मालूमात हासिल की। वो फ़िलवक़्त चीफ़ इन्फ़ार्मेशन कमिशनर के ओहदा पर फ़ाइज़ हैं। उन से राज शेखर रेड्डी से मुलाक़ात करने वाले सियासतदानों और सनअतकारों के बारे में मालूमात हासिल की गईं।
आंध्र प्रदेश इंडस्ट्रीयल इंफ्रास्ट्रक्चर कारपोरेशन के साबिक़ ज़ोनल मैनेजर दसरथ रामी रेड्डी से सनअतकारों को अलॉट की गई आराज़ीयात के बारे में मालूमात हासिल की गईं। सी बी आई ने तहक़ीक़ात की तकमील के लिए अगर्चे कोई क़तई तारीख़ तए नहीं की है
ताहम जगन मोहन रेड्डी के हामीयों का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसला के मुताबिक़ सी बी आई को 31 मार्च तक अपनी तहक़ीक़ात मुकम्मल कर लेनी चाहीए।