जगन की जेड ज़ुमरे की सेक्युरीटी नजरअंदाज़, आदी मुजरिमों जैसा सुलुक‌,जज को एहितजाजी खत‌

हैदराबाद । वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के सदर और कड़पा से एमपी जगन मोहन रेड्डी ने आज सी बी आई मुक़द्दमों की ख़ुसूसी(विशेष) अदालत में एक लिखीत‌ दरख़ास्त पेश करते हुए राजय सरकार‌ और हुक्काम पर अदालत में बयान कि गइ अपनी ही दलिल‌ से मुकरते होते हुए दुसरा तरीका इख़तियार करने का इल्ज़ाम लगाया।

मिस्टर वाई एस जगन मोहन रेड्डी ने आज अदालत में पेशी के मौके पर जज को एक दरख़ास्त पेश की जिस में कहा गया है कि उन्हें ज़ेड सेक्युरिटी की हामिल ख़ुसूसी कार के बजाये आम और आदी मुजरमीन की सवारी के लिए इस्तिमाल की जाने वाली वेन के ज़रीये चंचल गौड़ा जेल से नामपली में वाके ख़ुसूसी(वीशेष) अदालत लाया गया ।

इस वाक़िये को उन्हों ने सियासी बदला लेने और उन की मजाक उडाने की कोशिश क़रार दिया। मिस्टर जगन मोहन रेड्डी ने अपने हाथ से लिखी ये दरख़ास्त जिस की नक़ल रोज़नामा सियासत को भी रवाना की गई है आज अदालत में पेश की ।जिस में उन्हों ने याद दिलाया कि सी बी आई ओफिसरों ने उन्हें इस दलिल के तहत गिरफ़्तार करते हुए अदालती तहवील में रखने की दरख़ास्त की थी कि वो ( जगन ) बहैसियत एक एमपी और एक सियासी जमात (वाई एस आर सी पी ) के प्रमुख‌ की हैसियत से एक असरवाली शख्सियत हैं और वो गवाहों और सबूतों पर असर डाल सकते हैं। लेकिन उन के साथ इस दलील‌ के ख़िलाफ़ सुलूक किया जा रहा है।

जगन ने कहा कि आज ही नहीं बल्कि पिछ्ले 10 माह से उन्हें ये ख़ुसूसी मौक़िफ़ और ज़ेड ज़मुरा की सेक्युरीटी हासिल है और भवीष्य‌ में भी बरक़रार रहेगी। कड़पा एम पी ने कहा कि मुझे आज अदालत में पेश करना था लेकिन सियासी बदले के जज़बा और मेरा मजाक उडाने के इरादे से मेरे ख़ुसूसी मौक़िफ़ का लिहाज़ किए बगैर मुझे एक आम वेन के ज़रीये चंचल गौड़ा जेल से अदालत लाया गया ।

ये वेन आमतौर से आदी मुजरमीन के लिए इस्तिमाल की जाती है । कड़पा एमपी ने ये शिकायत भी की कि जेल में भी उन के साथ एसा ही बदले वाला रवैया इख़तियार किया जा रहा है । उन्हें अपनी पत्नी और अन्य‌ ख़ानदान के सदस्यों से मुलाक़ात की इजाज़त नहीं दी जा रही है ।

जगन ने दरख़ास्त के आख़िर में जज से बातचित‌ करते हुए कहा कि मैं ने सिर्फ अदालत में हाज़िरी के लिए इज़्ज़त नफ़स और शख़्सी सेक्युरिटी को लाहक़ ख़तरा की परवाह ना करते हुए इस वेन में सफ़र किया और इंसाफ़ हासिल करने के लिए आप के पास आया हूँ । उन्हों ने जज से दरख़ास्त की कि वो राजय सरकार‌ के इस गैरकानूनी और बदलेवाले रवैय्या का नोट लेते हुए उन्हें ज़रूरी हिदायात जारी करें बसूरत दीगर में जेल में मरण बरत शुरू करने पर मजबूर होजाउंगा ।

इस के बादजज ने मुताल्लिक़ा ओफिसरों को हिदायत की वो जगन को लाने लेजाने केलिए बुलेट प्रफ़ू कार को इस्तिमाल करें । पेशी के पुरा होने के बाद जगन बिलआख़िर बुलेट प्रफ़ू कार के ज़रीये नामपली कोर्ट से चंचल गौड़ा जेल पहुंचे । सी बी आई ने कहा है कि मुल्ज़िम को अदालत लेजाने की ज़िम्मेदारी मुताल्लिक़ा जेल ओफिसरों की है और जगन को वेन के ज़रीये नामपली कोर्ट पहुंचाने से इस ( सी बी आई ) का कोई ताल्लुक़ नहीं है ।