गुंटूर 13 अक्टूबर: आंध्र प्रदेश के लिए ख़ुसूसी ज़मुरा का मुतालिबा करते हुए वाई एस आर कांग्रेस के सदर जगन मोहन रेड्डी की तरफ से शुरू की गई ग़ैर मुअय्यना मुद्दत की भूक हड़ताल छटे दिन में दाख़िल हो गई ।
डॉक्टर्स ने आज उनकी सेहत के ताल्लुक़ से तशवीश का इज़हार किया है। जगन की सेहत पर नज़र रखने वाले सरकारी डॉक्टर्स के बमूजब अगर जगन अपनी भूक हड़ताल जारी रखें तो उन्हें गर्दा का आरिज़ा लाहक़ हो सकता है और सेहत के दूसरे मसाइल भी पैदा हो सकते हैं।
इस दौरान वाई एस आर कांग्रेस और बरसरे इक्तेदार तेलुगु देशम के क़ाइदीन के माबैन क़ाइद अप्पोज़ीशन की भूक हड़ताल के ताल्लुक़ से लफ़्ज़ी जंग का सिलसिला चल रहा है। रियासती वुज़रा पी पिला राव और के श्रीनिवास ने जगन की भूक हड़ताल पर शकूक का इज़हार किया था और जगन की ग्लूकोज़ की सतह में इज़ाफे पर सवाल किया था।
वाई एस आर कांग्रेस लीडर अमबाटी राम बाबू ने कहा कि एक एसे वक़्त जबकि भूक हड़ताल छटे दिन में दाख़िल हो गई है और जगन की सेहत पर तशवीश पैदा हो रही है जिस तरह से वुज़रा बेशरमी से बात कर रहे हैं उनमें इन्सानियत का फ़ुक़दान है।
उन्होंने कहा कि इन वुज़रा का इल्ज़ाम है कि जगन की भूक हड़ताल फ़र्ज़ी है। वाई एस आर कांग्रेस क़ाइदीन के तबसरे का जवाब देते हुए रियासती वज़ीर-एइत्तेलात पी रघूनाथ रेड्डी ने कहा कि जगन को अब भूक हड़ताल करने की कोई ज़रूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि जब वाई एस राज शेखर रेड्डी ने पाँच लाख एकड़ अराज़ी ख़ुसूसी मआशी ज़ोन के लिए देदी उस वक़्त जगन कहाँ थे ।