जगन के असासा जात ज़बत कर लेने हुकूमत से मुतालिबा

हैदराबाद 29 अक्तूबर (सियासत न्यूज़) सेक्रेट्री ए आई सी सी-ओ-रुकन राज्य सभा मिस्टर वी हनुमंत राव ने जगन के असासा जात ज़बत कर लेने और अम्मार-ओ-रीहाजा को दी गई आराज़ीयात वापिस लेने का हुकूमत से मुतालिबा किया।

रचा बंडा प्रोग्राम में हर ज़िला में कम अज़ कम 30 हज़ार मकानात तामीर करने चीफ़ मिनिस्टर मिस्टर एन किरण कुमार रेड्डी से मुतालिबा किया। आज अपनी क़ियामगाह पर प्रेस कान्फ़्रैंस से ख़िताब करते हुए मिस्टर वी हनुमंत राव ने कहा कि सरबराह वाई ऐस आर कांग्रेस पार्टी की जो भी दौलत है, वो सब बदउनवानीयों से कमाई गई है।

हुकूमत सारी दौलत-ओ-असासा जात को ज़बत करले और उन के ख़िलाफ़ हाइकोर्ट में जो भी केस चल रहा है, इस में तेज़ी लाने की ज़रूरत है। जगन की जानिब से सोनीया गांधी के ख़िलाफ़ की गई तन्क़ीद की सख़्त मुज़म्मत करते हुए कहा कि वाई ऐस आर की जो भी तरक़्क़ी थी, वो कांग्रेस की मरहून-ए-मिन्नत है।

उन्होंने जगन की जानिब से सोनीया गांधी पर तन्क़ीद करने पर सीमा। आंधरा के वुज़रा और कांग्रेस क़ाइदीन की ख़ामोशी पर तशवीश का इज़हार करते हुए कांग्रेस क़ाइदीन को कांग्रेसी होने का हक़ अदा करने पर ज़ोर दिया। मिस्टर वी हनुमंत राव ने कहा कि सनअत को फ़रोग़ देने और नौजवानों को रोज़गार के मवाक़े फ़राहम करने के लिए हुकूमत ने अम्मार प्रापर्टीज़ और रीहाजा ग्रुपस को बड़े पैमाने पर अराज़ी फ़राहम की थी, ताहम दोनों कंपनीयों ने जिन मक़ासिद के लिए आराज़ीयात हासिल की थी, वो उन को पूरा करने में नाकाम हैं, लिहाज़ा हुकूमत करोड़ों रुपय मालियती आराज़ीयात उन कंपनीयों से वापिस ले ली, बसूरत-ए-दीगर वो हाईकोर्ट में मफ़ाद-ए-आम्मा की दरख़ास्त दाख़िल करने से गुरेज़ नहीं करेंगी।

कांग्रेस के रुकन राज्य सभा ने आई ए ऐस ओहदा दारों की बदउनवानीयों पर भी सख़्त ब्रहमी का इज़हार करते हुए कहा कि ओहदादार अवामी ख़िदमात का जज़बा फ़रामोश करते हुए दौलत बटोरने में सारी तवज्जा सिर्फ कर रहे हैं।

साबिक़ कुलैक्टर हैदराबाद मिस्टर नवीन मित्तल के ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई की गई तो दूसरे आई ए ऐस ऑफीसरस भी सँभल जाएंगी। उन्हों ने आई ए ऐस ऑफीसरस की जानिब से बदउनवानीयों के ज़रीया कमाई हुई दौलत को भी ज़बत कर लेने रियास्ती हुकूमत को मश्वरा दिया। सैक्रेटरी ए आई सी सी ने कहा कि आम हड़ताल ख़तन हो जाने पर तलंगाना तहरीक कमज़ोर हो जाने का जो क़ाइदीन एहसास कर रहे हैं, ये उन की ग़लतफ़हमी है। तलंगाना रियासत की तशकील तक तलंगाना तहरीक जारी रहेगी।