हैदराबाद । 11 नवंबर (सियासत न्यूज़) जगन मोहन रेड्डी के ख़िलाफ़ हासिल होने वाले सबूत-ओ-शवाहिद को हाइकोर्ट अपनी तहवील में ले चूँकि इन सबूत-ओ-शवाहिद से छेड़छाड़ के ख़दशात पैदा होसकते हैं। तेलगुदेशम क़ाइद-ओ-जनरल सैक्रेटरी मिस्टर विरला रामिया ने आज ज़राए इबलाग़ के नुमाइंदों से बातचीत करते हुए हाइकोर्ट से अपील की कि वो जगन मोहन रेड्डी के ख़िलाफ़ जारी तहक़ीक़ात के मुआमला में मुदाख़िलत करते हुए जगन के ख़िलाफ़ गवाही देने वाले गवाहों को तहफ़्फ़ुज़ फ़राहम करने के अहकामात जारी करे।
मिस्टर विरला रामिया ने बताया कि ताहाल सी बी आई को जितने सबूत-ओ-शवाहिद हासिल हुए हैं उन के तहफ़्फ़ुज़ केलिए ये ज़रूरी हीका उन्हें हाइकोर्ट की तहवील में दे दिया जाए। चूँकि सयासी हलक़ों के इलावा अवाम में भी इस बात की चेह मेगोईयां जारी हैं कि जगन मोहन रेड्डी सबूत-ओ-शवाहिद से छेड़छाड़ करसकते हैं। इलावा अज़ीं उन के ख़िलाफ़ गवाही देने वाले गवाहों को भी ख़तरा लाहक़ है।
उन्हों ने बताया कि अदालत की जानिब से गवाहों को तहफ़्फ़ुज़ फ़राहम करने की सूरत में मज़ीद अफ़राद बहैसीयत गवाह रुजू होने की जुर्रत करसकते हैं। उन्हों ने बताया कि रियासत में कुरप्शन के फ़रोग़ का सहरा डाक्टर वाई ऐस राज शेखर रेड्डी हुकूमत के सर जाता है जिन्हों ने अपने दौर-ए-हकूमत में नाजायज़ ज़राए से दौलत के हुसूल केलिए हर तरह की बदउनवानीयों को खुली छूट फ़राहम कर रखी थी। मिस्टर विरला रामिया ने बताया कि तेलगुदेशम पार्टी जो इल्ज़ामात गुज़शता 3 बरसों से आइद कररही है वो तमाम इल्ज़ामात अब सच्च साबित होरहे हैं।
उन्हों ने कहा कि जगन मोहन रेड्डी के ख़िलाफ़ गवाही देने वाले अफ़राद के अगर ब्यानात का जायज़ा लिया जाय तो ये बात साबित होगी कि तेलगुदेशम पार्टी गुज़शता तीन बरसों से यही बात कह रही है। उन्हों ने बताया कि अदालत की जानिब से मुदाख़िलत सबूत-ओ-शवाहिद से छेड़छाड़ के ख़दशता को दूर किए जाने और गवाहों को तहफ़्फ़ुज़ फ़राहम करने पर डाक्टर वाई ऐस राज शेखर रेड्डी के अफ़राद ख़ानदान की मज़ीद बदउनवानीयाँ मंज़र-ए-आम पर लाई जा सकती हैं। उन्हों ने बताया कि अभी कई ऐसे हक़ायक़ बाक़ी हैं जिन पर से पर्दा हटाया जाना ज़रूरी है।
मिस्टर विरला रामिया ने डाक्टर वाई ऐस राज शेखर रेड्डी की बेवा विजया लक्ष्मी और कर शुण्मा की मुलाक़ात पर शदीद एतराज़ करते हुए इस्तिफ़सार किया कि आख़िर विजया लक्ष्मी को क्या ज़रूरत पेश आई कि वो बदउनवानीयों के इल्ज़ामात का सामना कररही कर शुण्मा के मकान पहुंच कर उन से मुलाक़ात की। मिस्टर विरला रामिया ने इस्तिफ़सार किया कि आया क्या जगन मोहन रेड्डी की वालिदा कर शुण्मा से ये ख़ाहिश करने गई थी कि वो दौरान तहक़ीक़ात उन के शौहर डाक्टर वाई ऐस राज शेखर रेड्डी का नाम ना लें?