हैदराबाद नई दिल्ली 09 जनवरी: वाई एस आर कांग्रेस पार्टी सदर जगन मोहन रेड्डी और उन के साथियों के ख़िलाफ़ ताज़ा कार्रवाई में एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट ने उनके ख़िलाफ़ रकमी ख़िरदो बुर्द मुक़द्दमा की तहक़ीक़ात के सिलसिले में 143.74 करोड़ रुपये के असासाजात आज ज़ब्त कर लिए।
एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट का असासाजात की ज़ब्ती का हुक्मनामा ऐसे वक़्त आया जबके 4 माह से भी कम मुद्दत में एजेंसी ने दो मर्तबा ईसी तरह के हुकमनामे जारी करते हुए पहले 51 करोड़ और फिर1 करोड़ रुपये के असासे ज़बत किए थे।
एजेंसी के ज़राए ने बताया कि जगन और उन के साथीयों के ख़िलाफ़ शिकंजा मज़ीद सख़्त होता जा रहा है, क्योंके ईसी तरह के मज़ीद चंद हुकमनामे जारी करने का मंसूबा है। आज एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट ने जो हुक्मनामा जारी क्या वो रामकी ग्रुप आफ़ कंपनीज़ के ख़िलाफ़ है।
बताया गया है कि साबिक़ा हुकूमत आंध्र प्रदेश ने गै़रक़ानूनी तौर पर इस कंपनी की मुबय्यना तौर पर ताईद-ओ-हिमायत की और गै़रक़ानूनी रक़म की हुसूलयाबी के लिए नाजायज़ तरीका कार इस्तिमाल किए गए।
ये कंपनी जगन मोहन रेड्डी की मिल्कियत है। ये मुक़द्दमा जगन के वालिद और साबिक़ चीफ़ मिनिस्टर वाई एस राज शेखर रेड्डी के दौर-ए-हकूमत से ताल्लुक़ रखता है जिन की 2009 में हैलीकाप्टर हादसा में मौत होगई।
एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट ने रुकमी ख़िरद बुरद मुक़द्दमा में जायदाद की ज़बती से मुताल्लिक़ अपने हुक्मनामा में कहा कि ग़ैर मनक़ूला जायदादें और मनक़ूला असासा जात मालियती 143.74 करोड़ को ज़बत किया जा रहा है।
ये जायदादें रामकी फ़ारमाएसटी लिमेटेड की मिल्कियत हैं और इन में 135.46 एकरस अराज़ी, 3.20 करोड़ मीचोल फंड्स में डिपाज़िट और 10 करोड़ रुपये जगती पबली केशन्ज़् पराईओट लिमेटेड (जगन मोहन रेड्डी की मिल्कियत) में फिक्स्ड डिपाज़िट की गई रक़म शामिल है।
एजेंसी जगन के ख़िलाफ़ ग़ैर मुतनासिब असासा जात बिलख़सूस उन के वालिद राज शेखर रेड्डी के दौर ए हकूमत में बेपनाह दौलत जमा करने से मुताल्लिक़ सी बी आई के दायर करदा एफ़ आई आर की बुनियाद पर इस मुक़द्दमे की तहक़ीक़ात कररही है।