हैदराबाद (सियासत न्यूज़ ) राजय प्रमुख वाई एस आर कांग्रेस पार्टी ओर पार्लीमेंन सदस्य हलक़ा लोक सभा कड़पा मिस्टर वाई एस जगन मोहन रेड्डी जो कि बग़ैर हिसाब किताब कि संपतियों वग़ैरा के केसों में सी बी आई जांच का सामना कर रहे हैं । कोर्ट कि नोटिस के मिलने के बाद कल यानी 25 मई को सी बी आई कोर्ट में पेश होंगे ।
मिस्टर जगन मोहन रेड्डी सिर्फ कोर्ट में पेश होने के लिए अपना चुनावी दौरा मंसूख़ कर के गुंटूर से शहर हैदराबाद के लिए निकल चुके हैं । बताया जाता है कि महज़ मिस्टर वाई एस जगन मोहन रेड्डी के कोर्ट में पेश होने को देखते हुए इमकानी तौर पर किसी गड़बड़ वग़ैरा के पेशे नज़र पुलिस ने वक़्त से पहले ही दफ़ा 144 को सख़्ती से लागु करने के इक़दामात किये है और कई एक मुक़ामात पर पुलिस पिक़्टस कैंप भी डाल दीए गए हैं ।
समझा जाता है कि सी बी आई बग़ैर हिसाब किताब कि संपतियों वग़ैरा के केस में मिस्टर वाई एस जगन मोहन रेड्डी को गिरफ़्तार करने की अफ़्वाहें शहर हैदराबाद में तेज़ी के साथ फैली हुई हैं और मिस्टर जगन मोहन रेड्डी की इमकानी गिरफ़्तारी की अफ़्वाहें आज उस वक़्त मज्बुत हुई हैकि आज दोपहर पुर्व चीफ़ मिनिस्टर डाक्टर वाई एस राज शेखर रेड्डी काबीना में सरमाया कारी इंफ़रास्ट्रक्चर का क़लमदान रखने वाले और मौजूदा चीफ़ मिनिस्टर मिस्टर एन किरण कुमार रेड्डी की क़ियादत में काबीना में वज़ारत नशा बन्दी ओर-आबकारी का क़लमदान रखने वाले मिस्टर एम वेंकट रमना की अचानक गिरफ़्तारी अमल में लाते हुए सी बी आई ने उन्हें कोर्ट में पेश करदिया ।
बताया जाता हैकि मिस्टर जगन मोहन रेड्डी के कोर्ट में पेश होने की रोशनी में दोनों शहरों हैदराबाद ओर-सिकंदराबाद के इलावा जिलों में भी पुलिस को इंतिहाई चौकस ओर-चौकन्ना कर दिया गया है ।मोतबर सुत्रों के मुताबिक़ बताया जाता हैकि रियास्ती इंटलिजन्स विभाग को मिली बाज़ खबरों के मुताबिक़ अगर वाई एस जगन मोहन रेड्डी को गिरफ़्तार करने की सूरत में ना सिर्फ शहर हैदराबाद बल्कि मुख़्तलिफ़ मुक़ामात , जिलें वग़ैरा में बड़े पैमाने पर हंगामा वग़ैरा के वाक़ियात पेश आसकते हैं ।
इसी दौरान बताया जाता हैकि रियास्ती डायरेक्टर जनरल ओफ़ पुलिस मिस्टर वी दिनेश रेड्डी ने उच्च पुलिस अधिकारियों के साथ राज्य में अमन ओर ज़बत की सूरत-ए-हाल का तफ़सीली जायज़ा लिया। और बताया गया कि डायरेक्टर जनरल ओफ़ पुलिस ने
अपने दौरा कड़पा पर रवानगी से थोडि देर पहले उच्च पुलिस अधिकारियों के साथ अमन ओर-ज़बत की सूरत-ए-हाल का तफ़सीली जायज़ा लेते हुए ओहदेदारों को सूरत-ए-हाल पर गहिरी नज़र रखने की हिदायत दी।