सदर वाई एस आर कांग्रेस जगन मोहन रेड्डी की जेल से रिहाई के बाद आंध्र प्रदेश का सयासी मंज़र नामा पूरी तरह तबदील हो गया। कांग्रेस रुक्न असेंबली शीशा रेड्डी के इलावा सीमा-आंध्र के कई कांग्रेस और तेलुगु देशम अरकान असेंबली वाई एस आर कांग्रेस में शामिल होने की तैयारी कर रहे हैं।
तक़रीबन दो माह क़ब्ल कांग्रेस हाईकमान की जानिब से अलैहदा तेलंगाना रियासत की तशकील के एलान के बाद आंध्र प्रदेश में ग़ैर यक़ीनी सूरते हाल पैदा हो गई है। सीमा-आंध्र में 58 दिन से मुत्तहदा आंध्र का एहतेजाज जारी है, जिस की वजह से सरकारी काम-काज ठप है।
हालात का बारीकबीनी से जायज़ा लेने के बाद वाई एस आर कांग्रेस ने मुत्तहदा आंध्र का नारा बुलंद करते हुए सीमा-आंध्र में अपनी पोज़ीशन मुस्तहकम करने और अब जगन की रिहाई के बाद जहां वाई एस आर कांग्रेस कैडर में नया जोश और ख़रोश पैदा हुआ है, वहीं सीमा-आंध्र में अपने सयासी मुस्तक़बिल को लेकर फ़िक्रमंद रहने वाले हुक्मराँ कांग्रेस और असल अपोज़ीशन तेलुगु देशम के अरकान असेंबली, अरकाने पार्लीयामेंट और वुज़रा को भी अपना मुस्तक़बिल रौशन नज़र आ रहा है।
सब से पहले तेलुगु देशम ने तेलंगाना की ताईद में मकतूब पेश किया था, जो अब तेलुगु देशम के मुंतख़ब अवामी नुमाइंदों के लिए वबाल जान बना हुआ है। पार्टीयों के फ़ैसलों के बावजूद दोनों जमातों के नुमाइंदे रियासत की तक़सीम क़बूल करने के लिए तैयार नहीं हैं।
ज़राए के बामूजिब बहुत जल्द बड़े पैमाने पर कांग्रेस और तेलुगु देशम क़ाइदीन अपनी सयासी वफ़ादारियां तबदील करते हुए वाई एस आर कांग्रेस में शामिल होकर मुत्तहदा आंध्र की तहरीक में शिद्दत पैदा करेंगे।