जद‌ यू की एलाहिदगी पर‌ बी जे पी के सियासी रसूख़ में कमी

तबदील शूदा सियासी सूरत-ए-हाल की वाज़ह अक्कासी करते हुए जद‌ यू ने आज राज्य सभा में हिंदुस्तानी सिपाहियों की पाकिस्तानी फ़ौज की फायरिंग में हलाकत के वाक़िया पर राज्य सभा में आजलाना बहस के लिए बी जे पी की कोशिश की खुल कर मुख़ालिफ़त की क्योंकि इस मसले पर अपोजिशन में इत्तिफ़ाक़ राय नहीं था

इस लिए क़ाइद अपोजिशन राज्य सभा अरूण जेटली ने अपने मुतालिबे से एलाहदगी इख़तियार करली कि इस वाक़िया पर वज़ीर-ए-दिफ़ा ए के अन्टोनी को बयान देना चाहिए। ये पहला पार्लीमानी इजलास था जो 16 जून को एन डी ए से जद‌ यू के ताल्लुक़ात खत्म‌ होने के बाद किया जा रहा था।

कांग्रेस और एल जे पी के अरकान ने जद‌ यू की ताईद की। पाकिस्तानी फ़ौज के हाथों हिंदुस्तानी सिपाहियों की हलाकत के नतीजा में वक़फ़ा सिफ़र के दौरान राज्य सभा में हंगामा बरपा होगया था और बी जे पी ने हुकूमत से फ़ौरी बयान देने का मांग‌ किया था। मर्कज़ी वज़ीर-ए-ममलकत बराए पार्लीमानी उमूर राजीव शुक्ला ने ऐवान से कहा कि ए के अन्टोनी 3.30 बजे बयान देंगे।

इस पर बी जे पी क़ाइद एम वैंकया नायडू ने सख़्त रद्द-ए-अमल ज़ाहिर करते हुए कहा कि उन्हें जल्द अज़ जल्द बयान देना चाहिए। तेलुगूदेशम के अरकान ऐवान के वस्त में जमा होकर आंध्रा प्रदेश की तक़सीम के ख़िलाफ़ नारा बाज़ी कररहे थे इस लिए नायब सदर नशीन ने ऐवान का इजलास 15 दिन तक मुल्तवी कर दिया। 12:35 बजे दुबारा इजलास का आग़ाज़ होने पर जेटली ने कहा कि अगर सदर नशीन मुत्तफ़िक़ हों तो इस मसले पर वज़ीर-ए-दिफ़ा के बयान से पहले बहस होने चाहिए।

इस से राजीव शुक्ला ने फ़ौरी इत्तिफ़ाक़ करलिया और कहा कि उन्हें कोई एतराज़ नहीं है। जद‌ यू के रुकन पार्लियामेंट शेवा नंद तेवारी पहले रुकन थे जिन्हों ने एतराज़ करते हुए कहा कि ये बिलकुल ग़लत तरीका-ए-कार है उन्होंने कहा कि अख़बारी ख़बरों की बिना पर बहस नहीं हो सकते। हुकूमत के बयान में हक़ायक़ पेश किए जाने के बाद ही बहस होने चाहिऐं।