नई दिल्ली: आयकर विभाग को ” जनधन खातों ‘में प्रस्तुत की गई नकदी रक़म के संबंध में कई अनियमिताओं का पता चला है। अधिकारियों ने इन व्यक्तियों के लगभग 1.64 करोड़ रुपये के खातों का पता चलाया जिन्होंने कभी आयकर रेटरनस मे प्रवेश नहीं किया और उन्होंने हमेशा अपनी आय आयकर सीमा से कम दिखाई।
मंत्रालय फाइनैंस ने एक बयान में कहा कि जन-धन खातों में नकदी रक़म जो प्रस्तुत की जा रही हैं, उनमें असाधारण वृद्धि के मद्देनजर देश भर में जांच शुरू की गई हैं और कई अनियमितताओं का खुलासा हुआ है। लगभग 1.64 करोड़ रुपये की आय का पहले ही पता चला लिया गया है।
यह राशि ऐसे लोगों ने प्रस्तुत किया जिन्होंने कभी आयकर रेटरनस प्रवेश नहीं किया और उनकी आय आयकर सीमा से कम थी। इस राशि का कोलकाता, मिदनापुर, आरा (बिहार), कोच्चि और वाराणसी में पता चला। बयान में कहा गया कि बिहार में एक खाते से 40 लाख रुपये की राशि जब्त की गई।
आयकर अधिनियम 1961 के तहत जो राशि का खुलासा हुआ है, उसे भी आयकर के दायरे में लाया जाएगा। इसके अलावा जांच के बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेस ने एक बार फिर खाता धारकों पर जोर दिया है कि वे अपने खातों का बेजा इस्तेमाल न होने दें, अन्यथा खुद उन्हें जिम्मेदार ठहराया जाएगा।
