जनरल वि के सिंह की तारीख पैदाइश 1950 दर्ज की जाए

नई दिल्ली ३0 जनवरी ( पी टी आई ) सुप्रीम कोर्ट की समाअत से क़बल अपने मौक़िफ़ में सख़्ती पैदा करते हुए वज़ारत-ए-दिफ़ा ने हिदायत दी है कि फ़ौजी सरबराह जनरल वि के सिंह की तारीख पैदाइश को दरुस्त करते हुए उसे 1950 किया जाय जबकि जनरल सिंह उसे 1951 क़रार देते हैं।

वज़ारत-ए-दिफ़ा ने छः दिन क़बल फ़ौज के सरकारी रिकॉर्ड कीपर ए जी ब्रांच को मकतूब रवाना किया है । अब तक दर्ज है कि जनरल सिंह की तारीख पैदाइश 10 मई 1951 है ताहम वज़ारत-ए-दिफ़ा ने कहा कि उसे दरुस्त करते हुए तारीख पैदाइश 10 मई 1950 किया जाए।

अपने मकतूब में समझा जाता है कि वज़ारत-ए-दिफ़ा ने कार्रवाई के बाद जवाब भी तलब किया है । जनरल सिंह इस मुआमला में सुप्रीम कोर्ट से रुजू हुए हैं और इस मसला पर समाअत 3 फ़बरोरी को मुक़र्रर है । फ़ौजी रिकार्डज़ में इस ताल्लुक़ से तज़ाद है ।

जहां ए जी ब्रांच में ये तारीख 10 मई 1951 है वहीं मिल्ट्री सैक्रेटरी ब्रांच के रिकार्डस में ये तारीख 10 मई 1950 है । वज़ारत-ए-दिफ़ा के इस मकतूब से फ़ौजी सरबराह की तारीख पैदाइश के मसला पर हुकूमत के मौक़िफ़ में सख़्ती को ज़ाहिर करता है ।

इस मसला पर जनरल वे के सिंह सुप्रीम कोर्ट से रुजू हुए हैं ताकि उन की तारीख पैदाइश को दरुस्त रखा जा सके । सुप्रीम कोर्ट में इस मसला पर समाअत 3 फ़रवरी को मुक़र्रर है और इससे क़बल ये मकतूब जारी करते हुए वज़ारत-ए-दिफ़ा ने अपने मौक़िफ़ में सख़्ती पैदा कर दी है ।

जनरल सिंह ने 16 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट में ये दरख़ास्त दायर की थी और हुकूमत के फैसले को चैलेंज किया था ।