जनरल वी के सिंह का नारथर्न कमांड का अल-विदाई (आखिरी) दौरा

हिंदूस्तानी फ़ौजी सरबराह ( प्रबंधक) जनरल वी के सिंह जिन की सुबकदोशी (Retirement) के अय्याम करीब से करीब तर होते जा रहे हैं, ने आज एक अहम बयान देते हुए फौजियों की बेलौस ( साफ सुथरी) कुर्बानियों ख़ुसूसी तौर पर जम्मू-ओ-कश्मीर में, की सताइश की।

जनरल वी के सिंह ने उधम पुर में वाक़्य ( स्थित/ मौजूद) नारथर्न कमांड के हेड क्वार्टर्स में अल-विदाई दौरा के दौरान ये सताइशी ब्यान दिया। जनरल सिंह के हमराह ( साथी) उन की अहलिया ( बीवी) भारती सिंह भी थीं जो एक फेमिली वेलफ़ेयर आरगेनाइज़ेशन की सदर हैं।

नारथर्न कमांड के तर्जुमान लेफ़टीनेंट कर्नल राजेश कालिया ने ये बात बताई। दूसरी तरफ़ फ़ौजी ज़राए के मुताबिक़ लेफ़टीनेंट जनरल के टी परनाविक जो नारथर्न कमांड के सरबराह हैं, ने जनरल वी के सिंह को पाकिस्तान के साथ सरहदी ( Border) इलाक़ों में मौजूद सूरत-ए-हाल से वाक़िफ़ करवाया जब कि कर्नल कालिया के मुताबिक़ दोनों ने सिक्योरिटी से मुताल्लिक़ ( संबंधित) मुआमलात (मामलों) पर तबादला-ए-ख़्याल किया।

अपने ख़िताब ( संबोधन) के दौरान जनरल वी के सिंह ने सरहदों की हिफ़ाज़त के लिए फौजियों की बेलौस ( साफ सुथरी) कुर्बानियों की सताइश की और कहा कि रियासत में मामूल के हालात बहाल करने में फौजियों के रोल को फ़रामोश नहीं किया जा सकता।

उन्होंने कहा कि ऐसे बेशुमार फ़ौजी हैं जिन्होंने अपनी ख़िदमात अंजाम देते हुए मुल्क-ओ-क़ौम के लिए अपनी जानें क़ुर्बान कर दें। उन्हें खिराज ए अक़ीदत (श्रद्वांजली) पेश करने के इलावा इन की बेलौस कुर्बानियों को भी हमेशा याद रखे जाने की ज़रूरत है। नई दिल्ली के इंडिया गेट के करीब अमर जवान ज्योति की आग जिस तरह हमेशा जलती रहती है, बिलकुल इसी तरह क़ुर्बानी देने वाले फौजियों की याद भी हमारे दिल में हमेशा रहनी चाहीए।