जन लोक पाल बिल की अदम मंज़ूरी पर दुबारा मरण बरत की धमकी

मुंबई , ०२ नवम्बर (पी टी आई) हुकूमत पर दबाव् में इज़ाफ़ा करने की कोशिश करते हुए अन्ना हज़ारे ने आज धमकी दी कि वो पार्लीमैंट के सरमाई इजलास के आख़िरी दिन के इख़तताम पर एक बार फिर मरण बरत का आग़ाज़ करेंगी, अगर उस वक़्त तक जिन लोक पाल बल को मंज़ूरी ना दी जायॆ ।

अन्ना हज़ारे की इंतिख़ाबी हिक्मत-ए-अमली में ये नुमायां तबदीली वाज़िह करती है कि पाँच रियास्तों में जहां इंतिख़ाबात अनक़रीब मुक़र्रर हैं, मुजव्वज़ा मुहिम अन्ना हज़ारे के साथीयों की जानिब से चलाई जाएगी और वो कांग्रेस के ख़िलाफ़ राय दहिंदों को तरग़ीब देंगी।

क़ब्लअज़ीं गुज़श्ता माह हिसार के ज़िमनी इंतिख़ाबात में सिर्फ कांग्रेस के हक़ में वोट इस्तिमाल ना करने का मश्वरा दिया गया था, लेकिन आइन्दा इंतिख़ाबी मुहिम में इमकान है कि अना हज़ारे के साथी अवाम से अपील करेंगे कि किसी भी बद उनवान , ग़ुंडों और लुटेरे उम्मीदवारों को वोट ना दिया जायॆ ।

74 साला समाजी कारकुन ने वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह को उन की जानिब से इस ऐलान के बाद कि पार्लीमैंट का सरमाई इजलास इमकान है कि 22 नवंबर से 23 डसमबर तक मुनाक़िद किया जाएगा, मकतूब रवाना किया है।

अन्ना हज़ारे ने कहा कि हुकूमत और कांग्रेस के ज़िम्मेदार अफ़राद ऐसे तबसरे कर रहे हैं जिन से बिल् की मंज़ूरी के बारे में शकूक-ओ-शुबहात पैदा होते हैं, उन्हें इस पर एतराज़ है।

उन्होंने कहा कि वो सरमाई इजलास के आख़िरी दिन से अपनी भूक हड़ताल का दुबारा आग़ाज़ करेंगी। अगर जिन लोक पाल बिल ऐवान पार्लीमैंट में मंज़ूर ना किया जाई, उन के साथी मुख़्तलिफ़ रियास्तों का दौरा करके अवाम को इस मसला से आगाह करवाईंगी।

उन्होंने कहा कि वो अपना साबिक़ा एहतिजाज वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह के तीक़न पर तर्क कर चुके हैं। अन्ना हज़ारे राम लीला मैदान पर अपनी 12 रोज़ा भूक हड़ताल 28 अगस्त को तर्क कर दी थी।

उन्होंने कहा कि इन के साथी मुख़्तलिफ़ रियास्तों का दौरा करेंगे ताकि अवाम को एक ताक़तवर जिन लोक पाल बल की ज़रूरत के बारे में वाक़िफ़ करवा सकें, जबकि वो भूक हड़ताल कर रहे होंगॆ।

पाँच रियास्तों में इंतिख़ाबात मुक़र्रर हैं। अन्ना हज़ारे ने कहा कि वो इन रियास्तों के अवाम से ख़ाहिश करेंगे कि किसी की ताईद किए बगै़र अच्छे उम्मीदवारों को वोट दें, बद उनवान, ग़ुंडों और लुटेरों को वोट ना दें।

दरीं असना हुकूमत ने इज़हार हैरत किया कि अना हज़ारे के साथी ना जाने क्यों बार बार इंतिबाह जारी कर रहे हैं जबकि मर्कज़ बार बार ऐलान करचुका है कि वो जल्द अज़ जल्द एक ताक़तवर लोक पाल बिल मंज़ूर करने का पाबंद है।

मर्कज़ी वज़ीर-ए-इत्तलात-ओ-नशरियात अमबीका सोनी ने एक प्रॆस् कान्फ़्रैंस में कहा कि अन्ना हज़ारे और उन के साथी यही बात कई बार दुहरा चुके हैं। हिसार के ज़िमनी इंतिख़ाबात में कांग्रेस के ख़िलाफ़ मुहिम भी चलाई जा चुकी है।

वो कह चुके हैं कि वो हुकूमत को लोक पाल बिल् की मंज़ूरी पर मजबूर कर देंगी। उन्होंने कहा कि वो नहीं जानती कि ये लोग क्यों ऐसे ब्यानात दे रहे हैं जबकि इस के लिए हुकूमत को मजबूर करने की कोई ज़रूरत नहीं है।

उन्होंने कहा कि का बीनी वुज़रा और ख़ुद वज़ीर-ए-आज़म कह चुके हैं कि वो सब एक ताक़तवर लोक पाल बल की मंज़ूरी के पाबंद हैं। मजलिस क़ायमा , बल के मुसव्वदा का जायज़ा ले रही है और इज़ाफ़ी नशिस्तें मुनाक़िद करते हुए हिदायात के मुताबिक़ तेज़ी से काम कर रही है।

उन्होंने कहा कि इस बात का कोई इशारा नहीं मिलता कि बल की पॆशकशी में कोई ताख़ीर होगी। हुकूमत बार बार कह चुकी है कि वो बल की मंज़ूरी की पाबंद है, इसलिए वो ये समझने से क़ासिर है कि वक़फ़ा वक़फ़ा से धमकीयां देने का क्या मतलब है।

अपने मकतूब में अन्ना हज़ारे ने वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह को याद देहानी की है कि उन्हों ने अगस्त में वज़ीर-ए-आज़म के तहरीरी तीक़न पर अपने मरन् बरत से दसतबरदारी इख़तियार की थी।

तहरीरी तीक़न मर्कज़ी वज़ीर विलास राव् देशमुख ने उन के हवाले किया था। उन्हों ने कहा कि अगर मूसिर जिन लोक पाल बिल नाफ़िज़-उल-अमल होजाए तो इस से मलिक को करप्शन से छुटकारा हासिल करने में और तरक़्क़ीयाती कामों केलिए ज़्यादा रक़ूमात से इस्तिफ़ादा करने में मदद मिलेगी।

अन्ना हज़ारे ने कल इशारा दिया था कि वो अपना मौन बरत चंद दिन में तर्क कर देंगे क्योंकि वो अपने हामीयों से दो टूक बातचीत करना चाहते हैं।