जन लोक पाल बिल : हज़ारे से भूषण की मुलाक़ात

नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी के साबिक़ लीडर प्रशांत भूषण ने आज अरविंद केजरीवाल हुकूमत के जन लोक पाल बिल के ख़िलाफ़ अपनी जद्द-ओ-जहद सीनियर जहदकार अन्ना हज़ारे तक ले गए, जिनसे आम आदमी पार्टी इस हफ़्ते के अवाइल रुजू हुई थी। बरसर‍-ए‍‍-इक़्तेदार आम आदमी पार्टी और स्वराज अभियान जो पार्टी से ख़ारिज शूदा क़ाइदीन भूषण और योगेंद्र यादव की क़ियादत वाला ग्रुप है, ये दोनों ही को उम्मीद है कि हज़ारे उनकी तरफ़दारी करेंगे और इस तरह उन्हें जारिये तात्तुल में बालादस्ती हासिल हो जाएगी।

हज़ारे पहले ही मुजव्वज़ा क़ानूनसाज़ी की ताईद कर चुके हैं, जिसे दिल्ली हुकूमत ने असैंबली में पेश कर दिया है। ये और बात है कि हज़ारे ने बाअज़ तजावीज़ भी दिए हैं। जहदकार-ओ-क़ानूनदां भूषण ने हज़ारे से उनकी क़ियामगाह वाक़्य रालीगाँ सिद्धि में मुलाक़ात की। वो 2011की मुख़ालिफ़ करप्शन जन लोक पाल तहरीक के इंडिया अगेंस्ट करप्शन फ़ोर्म का हिस्सा थे।

भूषण मुसलसल ये कहते आए हैं कि मौजूदा बिल उस क़ानूनसाज़ी का नरम चर्बा है जिसे 2014 में पेश किया गया था। वो कहते हैं कि कई पहलोओं से मौजूदा बिल को नरम बना दिया गया है, उस की बर्ख़ास्तगी और इस का दाएरा-ए-कार शामिल हैं। हज़ारे ने स्लेक्शन पैनल और बरतरफ़ी के अमल में तबदीलीयों का मश्वरा दिया है, जिसे हुकूमत क़ुबूल कर लेने का इमकान है।