आगरा में जबरी तबदीली मज़हब के ख़िलाफ़ जमईता उलहफ़ाज़ सिद्दिपेट हाफ़िज़ मुहम्मद अबदुलसमी सदर जमईता उलहफ़ाज़ की ज़ेर क़ियादत एक नुमाइंदा वफ़द आर डी ओ ऑफ़िस सिद्दिपेट पहोनचकर एहतेजाज मुनज़्ज़म किया।
बादअज़ां आर डी ओ सिद्दिपेट की अदमे मौजूदगी में डीवीझ़न एडमिनिस्ट्रेटिव ऑफीसर अहमद को याददाश्त पेश की। इस मौके पर उन्होंने मुख़ातिब होते हुए नामा निगारों को बताया कि ज़ाफ़रानी तनज़ीमीं मुल्क में फ़िर्कापरस्ती को बढ़ावा दे रही हैं हिंदुस्तान एक सेकूलर मुल्क है।
ये तंज़ीमें मुल्क के आईन पर कलंक लगाते हुए। इस किस्म का इक़दाम की ख़िलाफ़वरज़ी है इस में शामिल तमाम अफ़राद के ख़िलाफ़ क़ानूनी चाराजोई करते हुए उनको कैफ़र-ए-किरदार तक पहूँचाना हुकूमत का फ़र्ज़ बनता है।
शहीद ख़ान ने कहा कि यही वो लोग हैं जिन्होंने कुछ साल पहले सिद्धि तहरीक के ज़रीये मुसलमानों को काफ़िर बनाने में नापाक तहरीक चलाई थी।
उन्होंने सख़्ती के साथ मुज़म्मत करते हुए हुकूमत से अपील की के इस मुहिम में शामिल् अफ़राद के ख़िलाफ़ कार्रवाई की जाये। ग़ौस मुहीउद्दीन ने कहा कि जबरन तबदीली मज़हब करवाना इंसानियत के खिलाफ है और हिंदुस्तान के दस्तूर के ख़िलाफ़ है जिस किसी को इजाज़त नहीं देता है। उन्होंने कहा कि इस में शामिल् अफ़राद के ख़िलाफ़ कार्रवाई की जाये।