जब आप किसी को हेलिकॉप्टर पर उड़ते देखिए तो समझिए कोई चोर जा रहा है: रविश कुमार

नोटबंदी के बाद देश में ब्लैकमनी और करप्शन पर फिर बहस छिड़ गया है। सरकार के इस ऐलान के बाद में कई लोग नोटबंदी के सर्मथन में आए तो कई लोग सरकार के इस कदम से बेहद नाखुश हैं। इस फैसले का स्याह पहलू बैंको और ATM के बाहर लगी लंबी कतारें हैं। इसी बीच एनडीटीवी के पत्रकार रवीश कुमार का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। दरअसल, यह वीडियो न्यूज चैनल आजतक के एक प्रोग्राम की है।

यह प्रोग्राम शनिवार को हुआ था, जिसमें रविश कुमार भी शामिल हुए थें। कार्यक्रम के आखिरी सेशन में रविश कुमार ने कहा कि पत्रकारों को सवाल करने से नहीं डरना चाहिए, उन्हें खुलकर सवाल करना चाहिए। छोटे शहरों से आए लोगों से कहा कि आप डरिए नहीं की आप हिंदी के है या छोटे शहर से आए हैं तो आपको मौक़ा नहीं मिलेगा। अगर आप ईमानकारी से काम करते हैं तो बहुत से लोग अपके सपोर्ट में आ जाएंगे। ईमानदार लोगों को मौका मिलता है बस आपकी नियत साफ होनी चाहिए।

Angry Ravish Kumar replies when asked why he is not standing in queue at the bank. Every Indian must watch this!

Posted by Voice Of Ram on Saturday, November 12, 2016

इसी बीच कार्यक्रम में मौजूद एक ऑडिएंस ने पूछा कि रविश कुमार कितने ईमानकार हैं और उनका पैसा कितने ईमानदारी का है? इस पर रविश कुमार ने कहा कि सुनिए सर! हमारे पास जो पैसा है वो सौ फीसद ईमानकारी का है। फिर ऑडिएंस के तरप से काउंटर प्रश्न पूछने पर रविश कुमार ने कहा कि मेरा पैसा ईमानदारी का है और मैं अपना लाइन में लग कर पैसा बदने नहीं गया। उसके बाद उन्होंने नेताओं की तरफ इशारा करते हुए कहा कि जो पचीस हेलिकॉप्टर रोज हवा में उड़ता है वो चोरी के पैसे से ही उड़ सकता है। उसके बाद उन्होने कहा कि वो सभी हेलिकॉप्टर हराम के पैसे से उड़ता न कि हलाल के पैसे से।

इसके बाद रविश कुमार ने प्रश्न पूछने वाले व्यक्ति से पूछा कि क्या इस बात पर आपको कोई शक है? इस पर अडिएंश ने कहा कि नहीं। उसके बाद रविश कुमार ने कहा कि जब आप हवा में हेलिकॉप्टर देखिए तो सोचिए की कोई चोर जा रहा है। उसका बाद उन्होंने पूछा कि रोजाना जो इतने हेलिकॉप्टर आसमान मं उड़ते हैं उसका पैसा कहां से आता है। वो चोरी का नहीं होता है तो किसका का होता है। उसके बाद उन्होंने कहा कि क्या हमारे कोई नेता बता देंगे कि ये ईमानदारी का पैसा है। उनकी मेहनत का पैसा है। उसके बाद रविश कुमार ने कहा कि कसम नहीं खाता मगर मैंने पूरी जिंदगी साधना से गुजारी है। उसके बाद उन्होंने कहा कि जब नेता से सवाल पूछेंगे तो सवाल नेता ही से होगा पत्रकार से नहीं होगा।