तमिलनाडु सरकार ने राज्य के अरुप्पुकोट्टई के देवंगा कला महाविद्यालय की एक महिला प्रोफेसर के खिलाफ अपनी छात्राओं को विश्वविद्यालय के उच्चाधिकारियों के साथ यौन संबंध बनाने के लिए प्रेरित करने के मामले में कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है। देवंगा महाविद्यालय दक्षिणी विरुधुनगर जिले में है और सरकार के स्वामित्व वाले मदुरै कामराज विश्वविद्यालय से संबद्ध है।
राज्य के मत्स्य मंत्री डी जयकुमार ने आज यहां संवाददाताओं को बताया कि गणित की प्रोफेसर निर्मला देवी की छात्रों के साथ बातचीत सोशल मीडिया पर प्रसारित हुई है। उनका यह कृत्य अत्यंत निंदनीय है। उन्होंने कहा,” हम शैक्षणिक संस्थाओं में ‘काले धब्बे’ की अनुमति देंगे। वह दंड पाने की पात्र हैं। उन्होंने कहा कि लड़कियों का यौन उत्पीड़न स्वीकार्य नहीं है।
इस तरह की घटनाओं में जो संलिप्त हैं, उन्हें खाड़ी देशों में प्रचलित दंड दिये जाने चाहिए। ऐसे लोगों को मुठभेड़ में मार दिया जाना चाहिए। इस बीच, घटना से आक्रोशित लोग आज महाविद्यालय में एकत्र हुए और धरना दिया।
वे आरोपी प्रोफेसर के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे थे। सोशल मीडिया पर प्रसारित करीब छह मिनट की क्लिप में प्रोफेसर निर्मला देवी छात्राओं को सलाह देते हुए कह रही हैं, ‘अवसर’ उनका इंतजार कर रहा है। वह छात्राअों से कह रही हैं कि ‘अवसर’ उन्हें काफी धन उपलब्ध करायेगा।
उनके नाम पर बैंक एकाउंट खोल दिया जायेगा और धन सीधे उनके खाते में हस्तांतरित कर दिया जायेगा। इस बीच, सांसद एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री डॉ अम्बुमणि राम ने इस घटना को दुखद बताते हुए इसकी केन्द्रीय जांच ब्यूरो से जांच और निर्मला देवी की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है।
उन्होंने एक बयान में कहा कि निर्मला देवी ने विश्वविद्यालय के अनेक वरिष्ठ अधिकारियों से अपने मोबाइल फोन से बातचीत की है। डॉ अम्बुमणि दास ने कहा कि निर्मला देवी के काल रिकार्ड का पता लगाया जाना चाहिए।
यह भी जानकारी ली जानी चाहिए कि निर्मला ने किन-किन लोगों से बात की है। बहरहाल, घटना के तूल पकड़ने के बाद निर्मला को निलंबित कर दिया गया है और विश्वविद्यालय ने पांच सदस्यीय समिति गठित करके उसे जांच का काम सौंपा है।