जमात-ए-इस्लामी हिंद की जानिब से पटना बम धमाकों की मज़म्मत

जम्हूरीयत में तशद्दुद की कोई जगह नहीं :उमर अबदुल्लाह । मोदी के जल्सा-ए-आम में सयान्ती कोताहियों ,सदर बी जे पी का इल्ज़ाम

पटना में सिलसिला वार बम धमाकों की मज़म्मत करते हुए जमात-ए-इस्लामी हिंद ने आज अंदेशा ज़ाहिर किया कि ये फ़िर्कावाराना ताक़तों की कारस्तानी हो सकती है। जमात-ए-इस्लामी ने ख़ातियों के ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई का मुतालिबा किया और कहा कि बिहार में पुरअमन माहौल में ख़ललअंदाज़ी पैदा करने की साज़िश करने वालों को सख़्त तरीन सज़ा दी जानी चाहीए।

जमात-ए-इस्लामी हिंद के मोतमिद उमूमी नुसरत अली ने अंदेशा ज़ाहिर किया कि फ़िकाप‌रस्त ताक़तें मग़रिबी यू पी का माहौल ज़हरीला करने के बाद मुम्किन है कि बिहार में ख़ौफ़ और दहशत का माहौल इंतेख़ाबी फ़वाइद के हुसूल के लिए पैदा करने वहां मुंतक़िल होगई हो। श्रीनगर से मौसूला इत्तेला के बमूजब बिहार के धमाकों की मज़म्मत करते हुए चीफ़ मिनिस्टर जम्मू-ओ-कश्मीर उमर अबदुल्लाह ने कहा कि जम्हूरीयत नज़रियात की जंग है इस में तशद्दुद की कोई जगह नहीं।

उन्होंने कल रात टोइटर पर तहरीर किया कि आइन्दा इंतेख़ाबात को नज़रियात की जंग होना चाहीए जहां आज (इतवार ) जैसे तशद्दुद की कोई जगह नहीं है। उमर अबदुल्लाह ने कहा कि हालाँकि नज़म-ओ-क़ानून की बरक़रारी रियास्तों की ज़िम्मेदारी है लेकिन हर रास्त फ़िक्र शख़्स को जम्हूरीयत पर हमलों की मज़म्मत करनी चाहीए। नई दिल्ली से मौसूला इत्तेला के बमूजब भारतीय जनता पार्टी के क़ौमी सदर राजनाथ सिंह ने इल्ज़ाम आइद किया कि पटना में नरेंद्र मोदी के जल्सा-ए-आम के मुक़ाम पर सयान्ती कोताही पाई जाती थी जहां पर सिलसिला वार बम धमाके हुए जिन के नतीजे में छः अफ़राद हलाक होगए।

उन्होंने कहा कि जल्सा-ए-आम के मुक़ाम पर ज़्यादा एहतियाती इक़दामात किए जाने चाहिए थे। यहां पर सयान्ती इंतेज़ामात में कोताहियां देखी गई। इस के बारे में कोई शक नहीं होसकता। चीफ़ मिनिस्टर बिहार नीतीश कुमार ने कल मुझ से बातचीत की और अपने रंज-ओ-ग़म का इज़हार किया और कहा कि तहक़ीक़ात जारी है। उन्होंने तयक़ून‌ दिया कि एक या दो दिन में वो मालूमात हासिल करलींगे।

सदर बी जे पी राजनाथ सिंह एक प्रेंस कान्फ्रेंस से ख़िताब कररहे थे उन्होंने कहा कि चूँकि इस जल्सा-ए-आम से बी जे पी के विज़ारत अज़मी के उम्मीदवार ख़िताब करने वाले थे इस लिए मज़ीद एहतियाती इक़दामात किए जाने चाहिए थे इस बात को यक़ीनी बनाया जाना चाहिए था कि अवाम को मुश्किल पेश ना आए। उन्होंने रियासत के अवाम की सताइश की।

जिन्होंने बम धमाकों के बावजूद सब्र-ओ-तहम्मुल का मुज़ाहरा किया और पुरसुकून माहौल बरक़रार रखा गांधी मैदान पटना में विज़ारते अज़मी के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के जल्सा-ए-आम से ख़िताब से पहले छः बम धमाके हुए जिन की शिद्दत कम थी।