उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव जहां अफसरों की बैठक में जनता के साथ अच्छे व्यवहार की नसीहत दे रहे थे वहीँ दूसरी तरफ मुख्यमंत्री आवास के सामने मुरादाबाद से मुख्यमंत्री को मिलने आई महिला पुलिस के हाथों पिट रही थी। मामला कुछ यूं है कि यह महिला अपनी तीन बेटियों के साथ सीएम से मिलने उनके आवास पहुंची तो सुरक्षा कर्मियों ने उसे मुख्यमंत्री से मिलवाने में मना कर दिया। जिस कारण महिला ने खुद पर मिट्टी का तेल डालकर आत्महत्या करने की कोशिश की जिसके चलते वहां अफरा-तफरी मच गई और मौके पर मौजूद महिला पुलिसकर्मियों ने महिला को पकड़ उसकी खूब पिटाई करनी शुरू कर दी। जिसके बाद पुलिस मां-बेटियों को गौतमपल्ली थाने ले आई। मुरादाबाद के गांव कूरो से आई बबिता बाल्मीकि ने बताया कि वह सीएम से अपनी जमीन के सिलसिले में मिलने आई थी। महिला के मुताबिक उनकी पांच बीघा जमीन पर ग्राम प्रधान ललित व उसके साथियों ने पांच साल पहले कब्जा किया हुआ है और विरोध करने पर ग्राम प्रधान व उसके गुर्गों ने घर में घुसकर उन्हें कई बार पीटा। इस मामले की शिकायत उसने थाने से लेकर डीएम तक की है लेकिन किसी ने कोई सुनवाई नहीं की बल्कि धान व उसके गुर्गों ने पूरे परिवार का जीना मुहाल कर रखा है और उनके कारण उसे अपनी बेटियों की पढाई तक छुड़वानी पड़ी क्योंकि बेटियों के घर से बाहर निकलने पर वह छेड़खानी करते हैं। महिला का कहना है कि पहले भी कई बार सीएम से मिलने कई बार लखनऊ आ चुकी है लेकिन गेट पर खड़े अफसर झूठी तस्सली देकर उसे सीएम से बिना मिले लौटा देते हैं। लेकिन इस बार जब ऐसा हुआ तो महिला ने खुद व बेटियों पर मिट्टी का तेल डालकर माचिस जलाने की कोशिश की।