जमीर से समझौता नहीं : नीतीश

वजीरे आला नीतीश कुमार जुमा को कहा कि भाजपा ने जब वजीरे आजम ओहदे के लिए नरेंद्र मोदी का नाम सामने लाया, तो हमारे असूल और बिहार के अकलियतों की हिफाजत की फिक्र ने हमें भाजपा से नाता तोड़ने पर मजबूर कर दिया।

इनसान हर चीज से समझौता कर सकता है, लेकिन असूल और जमीर से नहीं। भाजपा ने ऐसे शख्स को वजीरे आजम ओहदे के लिए ऐलान किया, जिस पर अक़लियतों की कत्ल का इल्ज़ाम था। वह गोपालगंज के पंचदेवरी में इंतिखाबी इजलास को खिताब कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि भाजपा सुनामी ला रही है, तो लालू जी लालटेन के सहारे आंधी। दोनों चीजें आफ़त लाती हैं। पर, जदयू आफत को हटाने का इंतेजाम करता है। लालू जी इंतिख़ाब तबलिग के दौरान खुद को जेसीबी बताते हैं। पर, इंतिख़ाब की नजर में इसकी कोई कीमत नहीं है। उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके 10 साल के इक्तिदार में लोगों को महंगाई, बदउनवानी और बेरोजगारी का दंश झेलना पड़ा। उन्होंने कहा कि हम बिहार को खुसुसि रियासत का दर्जा दिला कर रहेंगे। यह दर्जा हम झुक कर नहीं, बल्कि लड़ कर लेंगे। नीतीश कुमार ने गोपालगंज से जदयू उम्मीदवार अनिल कुमार के हक़ में वोट देने की दरख्वास्त की। इधर, पचरुखी ब्लॉक के हाइस्कूल बड़कागांव में नीतीश कुमार ने कहा कि भारत मुखतलिफ़ ज़ुबान और माजहिब का मुल्क है। हम हर ज़ात और मज़हब के लोगों के साथ लेकर चलने में यकीन करते हैं। उन्होंने वोटरों से जदयू उम्मीदवार मनोज कुमार सिंह के लिए तरक़्क़ी के नाम पर वोट मांगा।