इतवार की रात किऊल-झाझा रेलखंड के दादपुर हॉल्ट के होम सिगनल के पास 18182 डाउन छपरा-टाटा एक्सप्रेस को रुकवा कर मुजरिमों ने मुसाफिरों के साथ लूटपाट की। तकरीबन 50 मिनट तक हुई लूटपाट के दौरान मुजरिमों ने मुसाफिरों के साथ मारपीट भी की।
इस दौरान मुजरिमों व स्कॉर्ट पार्टी के दरमियान कई राउंड फायरिंग भी हुई। बाद में थाने से इजाफ़ी पुलिस फोर्स के पहुंचने पर मुजरिम पहाड़ की तरफ भाग गये। लूटपाट के बाद जब ट्रेन झाझा स्टेशन पहुंची, तो गुस्साये मुसाफिरों ने जम कर हंगामा किया और ट्रेन में चल रही स्कार्ट पार्टी के मुखालिफत में गुस्सा जताया। वाकिया के बाबत रेल मुसाफिरों ने रेल थाने में 30-35 नामालूम के खिलाफ एफ़आईआर किया। जमुई जिले में गुजिशता 10 दिनों में ट्रेन में लूटपाट की यह दूसरी वाकिया है।
जानकारी के मुताबिक, एक घंटे ताखीर से चल रही 18182 डाउन छपरा-टाटा एक्सप्रेस को असलाह से लैस मुजरिमों ने दादपुर स्टेशन इंतेजामिया और केबिन मैन को यरगमाल बना कर होम सिगनल को लाल कर रुकवा दिया और फिर एसी-1, -2 व -3 में मुसाफिरों के साथ मारपीट कर लूटपाट की। मुजरिम पिस्तौल, देसी कट्टा, भुजाली, तलवार, लाठी-डंडा वगैरह से लैस थे और दहशत फैलाने के लिए उन लोगों ने कुछ मुसाफिरों के साथ मारपीट भी की। मुजरिम हिंदी और मुक़ामी ज़ुबान का इस्तेमाल कर रहे थे।
वाकिया की इत्तिला ये ट्रेन में चल रही स्कॉर्ट पार्टी के हवलदार दशरथ गोस्वामी और पीटीजी जयकुमार पासवान ने फोन पर झाझा रेल पुलिस सुजीत कुमार को देते हुए ट्रेन से कूद कर मोरचा संभाल लिया। फोन पर ही थाना इंचार्ज ने फायरिंग करने की हुक्म दिया। तब तक मुजरिमों ने भी फायरिंग शुरू कर दी, जवाबी फायरिंग में रेल पुलिस ने 12 राउंड गोलियां चलायी। तब तक वाकिया की इत्तिला झाझा थाने को मिल गयी थी। पुलिस कृपाशंकर आजाद दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे। चारों तरफ से अपने को पुलिस से घिरा देख कर मुजरिम मछिंद्रा पहाड़ी की तरफ भाग निकले। किऊल रेल डीएसपी ने भी झाझा पहुंच कर हालत का जायजा लिया।