जम्मू-ओ-कश्मीर की ख़ुसूसी दस्तूरी दफ़ा पर अवामी मुबाहिस के लिए बी जे पी का मुतालिबा

जम्मू 28 जून (पी टी आई) बी जे पी ने आज चीफ़ मिनिस्टर जम्मू‍-कश्मीर उमर अबदुल्लाह पर इल्ज़ाम आइद किया कि वो पीर पंजाल की सुरंग की बनीहाल में इफ़्तेताही तक़रीब के मौक़े पर दस्तूर की दफ़ा 370 का मसला उठाते हुए पसेपर्दा सियासत कररहे हैं। बी जे पी के क़ौमी आमिला के रुक्न और जम्मू-कश्मीर की बी जे पी के सदर के तर्जुमान जेतिंदर सिंह ने कहा कि चीफ़ मिनिस्टर दरहक़ीक़त ग़लत कह रहे हैं कि दफ़ा 370 का मसला बी जे पी ने सिर्फ़ इंतेख़ाबात के पेशे नज़र उठाया है।

हक़ीक़त इसके बरअक्स है। उन्होंने इल्ज़ाम आइद किया कि बी जे पी गुज़िश्ता 60 साल से ज़्यादा मुद्दत से दस्तूर की दफ़ा 370 बर्ख़ास्त करने के लिए मुसलसल जद्द-ओ-जहद कररही है। नैशनल कान्फ़्रैंस ने ये मसला ख़ुदसाख़ता ख़ुद इख़तियारी के सिलसिले में इंतेख़ाबात की क़ुरबत के पेशे नज़र उठाया है और क़ब्लअज़ीं सिर्फ़ उसी वक़्त उठाती है जबकि वो बरसर-ए-इक्तदार नहीं होती।

बी जे पी नैशनल कान्फ़्रैंस की तरह मौकापरस्ती की पालिसी पर अमल नहीं करती और ना वोट हासिल करने की ख़ातिर अलैहदगी पसंदों के साथ इत्तिहाद की कोशिश करती है। उन्होंने कहा कि जम्मू-ओ-कश्मीर के अवाम अब ये चाल अच्छी तरह समझ चुके हैं और वो लफ़्फ़ाज़ी से मज़ीद बेवक़ूफ़ नहीं बनेंगे।

उन्होंने कहा कि दस्तूर की दफ़ा 370 से कश्मीरी अवाम को फ़ायदे से ज़्यादा नुक़्सान पहुंचा है। हम हक़ायक़, आदाद-ओ-शुमार और शहादतों के साथ साबित करसकते हैं कि ऐसा ही हुआ है। इस लिए इस मसले पर अवामी मुबाहिसा का मुतालिबा करते हैं। इस दफ़ा से रियासत सनअती सरमायाकारी और नौजवान रोज़गार के इमकानात से महरूम होगए हैं।

समाज के चंद तबक़ात को तहफ़्फुज़ात हासिल नहीं होसके । दो दिन क़बल चीफ़ मिनिस्टर के बयान से ज़ाहिर होगया है कि उनकी मक़बूलियत इन्हितात पज़ीर है और वो ख़ुद को ग़ैर महफ़ूज़ समझ रहे हैं।