जम्मू-ओ-कश्मीर के केरन सेक्टर में कारगिल जैसी सूरत-ए-हाल नहीं

सरबराह फ़ौज जनरल बिक्रम सिंह का बयान, पाकिस्तानी फ़ौजी दहश्तगरदों को अनक़रीब निकाल बाहर करने का यक़ीन‌
सरबराह फ़ौज जनरल बिक्रम सिंह ने आज इस बयान को खारिज‌ कर दिया कि जम्मू-कश्मीर के केरन सेक्टर में कारगिल जैसी सूरत-ए-हाल पैदा होगई है जहां पाकिस्तानी फ़ौज के हिमायत याफ़ता तक़रीबन 40 दहश्तगर्द फ़ौजीयों से जंग कररहे हैं और कहा कि इन तमाम को अनक़रीब निकाल बाहर किया जाएगा।

जनरल बिक्रम सिंह ने ये भी वाज़िह कर दिया कि दहश्तगरदों ने ख़त क़बज़ा के पास किसी हिन्दुस्तानी देहात पर क़बसा नहीं किया है । सरबराह फ़ौज ने कहा कि अस्करीयत पसंदों ने चार या पाँच मुक़ामात पर दर अंदाज़ी की कोशिश की थी और फ़ौज को उसकी इत्तेला मिल चुकी थी।

इन सब को रोक दिया गया इन में से बाअज़ नाकारा बना दिए गए , इन तमाम को निकाल बाहर करने की कार्यवाहीयां जारी हैं और सिर्फ़ कुछ वक़्त की बात है कि ऐसा कर दिया जाएगा। इस सवाल पर कि क्या पाकिस्तानी फ़ौज के हिमायत याफ़ता दहशतगर्दो ख़त क़बसा के पास किसी हिन्दुस्तानी देहात पर क़बज़ा करलिया है जनरल सिंह ने कहा कि वहां ऐसा कोई वाक़िया पेश नहीं आया। 15 कौर के कमांडर ये बात वाज़िह करचुके हैं।

सरबराह फ़ौज ने इस बात की भी तरदीद की कि किसी फ़ौजी चौकी या तहा ख़ाने पर दहश्तगरदों ने क़बज़ा किया है और ये पाकिस्तानी फ़ौज की खु़फ़ीया साज़िश है। उन्होंने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है।हर तरफ़ हमारा ग़लबा है और दहश्तगरदों का मुहासिरा करलिया गया है। ये हमवार ज़मीन नहीं है बल्कि दुशवार गुज़ार और परेशानकुन पहाड़ी इलाक़ा है वो सब यहां फंसे हुए हैं और हम जल्द ही उन्हें गिरफ़्तार करलेंगे।

सरबराह फ़ौज ने कहा कि इस किस्म की कार्यवाईयों के लिए वक़्त लगता है ऐसा कोई वाक़िया सरहद पर पेश नहीं आया और पाकिस्तानी फ़ौज की चौकियां क़रीब ही क़ायम हैं। जनरल सिंह ने कहा कि दहश्तगरदों की दर अंदाज़ी की कोशिशों में साल की मौजूदा मुद्दत के दौरान इज़ाफ़ा होगया है क्योंकि अनक़रीब बर्फ़बारी का आग़ाज़ हो जाएगा जिस के बाद दर अंदाज़ी मुम्किन नहीं होगी।