जम्मू
अपोज़ीशन लीडर और साबिक़ चीफ़ मिनिस्टर उमर अबदुल्लाह ने आज ये इस्तिफ़सार किया कि आया हुकूमत ने मर्कज़ की बी जे पी या आर एस एस के दबाव के तहत ही क़ौमी पर्चम के साथ रियासती पर्चम लहराने के ताल्लुक़ से अपने सेक्युलर को वापिस लिया है।
उमर अब्दुल्लाह ने मज़ीद सवाल किया कि आख़िर मुफ़्ती मुहम्मद सईद हुकूमत की क्या मजबूरी थी कि इस ने रियासती पर्चम को लहराने के लिए अपने सरकुलर को वापिस ले लिया। क्या ये हिदायत नागपुर से मिली थी जो आर एस एस का हेडक्वार्टर्स है। मैं ये समझने से क़ासिर हूँ कि इस सर्कुलर से दसतबरदारी की क्या वजह थी।