जम्मू-ओ-कश्मीर में नई हुकूमत में ताख़ीर पर गवर्नर राज लागू

श्रीनगर 10 जनवरी: जम्मू-ओ-कश्मीर को गवर्नर राज के तहत कर दिया गया क्युं कि चीफ़ मिनिस्टर मुफ़्ती मुहम्मद सईद के इंतेक़ाल के बाद नई हुकूमत की तशकील के अमल में कुछ वक़्त लग रहा है। दिल्ली में तर्जुमान वज़ारत-ए-दाख़िला ने कहा, रियासत जम्मू-ओ-कश्मीर में गवर्नर राज लागू किया जा चुका है।

सदर जमहूरीया ने गवर्नर जम्मू-ओ-कश्मीर एन एन वोहरा की सिफ़ारिश की असास पर गवर्नर राज लागू करने के लिए मर्कज़ी वज़ारत-ए-दाख़िला की सिफ़ारिश को मंज़ूरी दे दी है। गवर्नर ने जम्मू-ओ-कश्मीर के दस्तूर के सेक्शन 92 के तहत अपने इख़्तियारात को रुबे अमल लाते हुए इस रियासत में गवर्नर राज को लागू करने के लिए आलामीया जारी किया है।

इस रियासत को गवर्नर राज के तहत इस तनाज़ुर में करना पड़ा कि मुफ़्ती सईद की दुख़तर महबूबा मुफ़्ती को मुद्दत-ए-सोग के दौरान हलफ़ लेने में पिस-ओ-पेश है हालाँकि उन की पार्टी ने पहले ही गवर्नर को वाक़िफ़ करा दिया है कि पी डी पी लेजिसलेचर पार्टी के 28 एमएलएज़ ने चीफ़ मिनिस्टर के ओहदा के लिए उन की ताईद-ओ-हिमायत की है।

पीडीपी और बीजेपी ने नई हुकूमत की तशकील पर अपने दरमियान कोई इख़तिलाफ़ात या नई शराइत के ताल्लुक़ से क़ियास आराई ख़ारिज कर दी है। रियासती सदर बीजेपी सतपाल शर्मा ने न्यूज़ एजेंसी पीटीआई को बताया कि हमारी तरफ़ से बिलाशुबा कोई शराइत नहीं हैं और तशलील हुकूमत पर हमारे क़ाइदीन की कोई मीटिंग नहीं हुई। हम मुफ़्ती साहिब के इंतेक़ाल पर ग़म-ज़दा ख़ानदान के हक़ सोग का एहतेराम करते हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी क़ियादत सदर मौसूफ़ा तशकील हुकूमत के बारे में मुनासिब-ए-वक़्त पर ग़ौर-ओ-ख़ौज़ और फ़ैसला करेगी।