जम्मू-ओ-कश्मीर में बाग़बानी का मयार बुलंद करने की ज़रूरत : वज़ीर बाग़बानी

श्रीनगर 15 अक्टूबर ( पी टी आई ) हुकूमत जम्मू-ओ-कश्मीर इस बात केलिए पुरामीद है रियासत को बाग़बानी के शोबा में जारीया सीज़न रिकार्ड आमदनी होसकती है हालाँकि सेब की पैदावार जारीया सीज़न इन्हितात का शिकार है । रियास्ती वज़ीर बराए बाग़बानी शाम लाल शर्मा ने एक तक़रीब से ख़िताब करते हुए कहा कि फलों और सूखे मेवों के मयार पर ज़ाइद तवज्जा दी जा रही है ताकि बाज़ार में इन की अच्छी क़ीमतें हासिल की जा सकें ।

अपना ख़िताब जारी रखते हुए उन्हों ने कहा कि नई मंडीयों से फलों और सूखे मेवों के हुसूल केलिए उमीद अफ़ज़ा-ए-पज़ीराई हुई है और उन की तलब को मद्द-ए-नज़र रखते हुए उस की तकमील की जाएगी ।

उन्हों ने कहा कि जारीया साल के तजुर्बात को मद्द-ए-नज़र रखते हुए आइन्दा साल की हिक्मत-ए-अमली वज़ा भी की जाएगी । सैंटर्ल इंस्टीटियूट आफ़ टमपरीट हारटीकल्चर (CITH) में तीन रोज़ा तर्बीयती प्रोग्राम में साईंसदानों और हारटीकल्चर आफ़िसरान से ख़िताब करते हुए उन्हों ने ये बात बताई । उन्हों ने कहा कि आज बाज़ार में हमा इक़साम के फलों को मुतआरिफ़ करने की ज़रूरत है जो रियासत के मौसम से मुताबिक़त रखते हूँ और इसी तरह हारटीकल्चर के शोबा में तरक़्क़ी की जा सकती है । कश्मीर को फलों के बाग़ात केलिए सारी दुनिया में शौहरत हासिल है और फलों और सूखे मेवों की पैदावार से हासिल होने वाली रक़म रियासत की मुस्तहकम मईशत केलिए एक अहम रोल अदा करती है । उन्हों ने कहा कि रियासत के इन इलाक़ों की निशानदेही की जाने की भी ज़रूरत है जहां हम बाग़बानी को फ़रोग़ दे सकें।