बेशतर सियासी पार्टीयां बिशमोल बी जे पी, बरसर-ए-इक़्तेदार नेशनल कान्फ्रेंस, अपोज़िशन पी डी पी और जय के एन पी पी तमाम पाँच मरहले पर मुश्तमिल इंतेख़ाबी जंग में जो जम्मू-कश्मीर असेम्बली की 27 नशिस्तों के लिए होगी, अपने बलबूते पर मुक़ाबला करने की तैयारी कररही हैं।
इलेक्शन कमीशन ने आज रियासत में पहले मरहले के इंतेख़ाबात का आलामीया जारी कर दिया, लेकिन सियासी पार्टीयों ने हुनूज़ अपने इंतेख़ाबी मंशूर का और उम्मीदवारों की फ़हरिस्त का ऐलान नहीं किया है। क़ौमी पार्टीयां जैसे बी जे पी, बी एस पी, एन सी पी ने इशारा दिया है कि वो तमाम 87 नशिस्तों के लिए मुक़ाबला करेंगी, लेकिन बरसर-ए-इक़्तेदार नेशनल कान्फ्रेंस की हलीफ़ कांग्रेस माक़बल इंतेख़ाबात इत्तेहाद के सिलसिले में महरबा लब है।
दूसरी तरफ़ इलाक़ाई पार्टीयां जेसे नेशनल कान्फ्रेंस, पी डी पी, जे के एन पी पी ने भी अपने बलबूते पर मुक़ाबला का फ़ैसला किया है। बी जे पी ने कल कहा था कि तमाम 87 इंतेख़ाबी हलक़ों में तन-ए-तनहा मुक़ाबला किया जाएगा और पार्टी को एतेमाद है कि 44 से ज़्यादा नशिस्तों पर कामयाबी हासिल होगी।
बी जे पी रुकन पार्लियामेंट इंचार्ज जम्मू-ओ-कश्मीर अवीनाश राय खन्ना ने माक़बल इंतेख़ाबात किसी भी इंतेख़ाबी इत्तेहाद को मुस्तर्द कर दिया। बी एस पी ने भी ऐसा ही एहसास ज़ाहिर किया। सदर रियासती बी एस पी तुलसी दास लनगीह ने कहा कि माक़बल इंतेख़ाबी इत्तेहाद नहीं किया जाएगा।
तमाम 87 नशिस्तों पर मुक़ाबला किया जाएगा। साबिक़ यू पी ए हुकूमत की हलीफ़ एन सी पी ने भी अपने बलबूते पर मुक़ाबला करने का ऐलान किया है। इस के रियासती सदर ठाकुर रणबीर सिंह ने आज पी टी आई को इंटरव्यू देते हुए इस का इन्किशाफ़ किया। कांग्रेस के रियासती सदर प्रोफ़ैसर सैफुद्दीन सोज़ ने इस सवाल का कोई जवाब नहीं दिया।
इस सवाल पर कि क्या अपने बलबूते पर कांग्रेस रियासत में अक्सरीयत हासिल करसकती है, नेशनल कान्फ्रेंस के जम्मू इलाक़े के सदर देवेंद्र सिंह राना ने कहा कि ये बिलकुल वाज़िह है कि पी डी पी ने भी तन-ए-तनहा मुक़ाबला का फ़ैसला किया। इस के तर्जुमान नईम अख़तर ने कहा कि माक़बल इंतेख़ाबात इत्तेहाद नहीं किया जाएगा। जय के एन पी पी जो 2002 से 2007 तक मख़लूत हुकूमत में पी डी पी और कांग्रेस के साथ शरीक थी, अपने बलबूते पर इंतेख़ाबात में हिस्सा लेने का फ़ैसला किया।