जम्मू-कश्मीर में सराकर गिरने के बाद वहां सियासी घमासान शुरू हो गया है। अमित शाह द्वारा गंभीर आरोप लगाने के बाद अब पीडीपी ने भी जवाबी हमला शुरू कर दिया है। पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती ने कहा कि जम्मू और लद्दाख से भेदभाव के आरोप बिल्कुल निराधार हैं।
मुफ्ती ने कहा कि घाटी पर ध्यान देना जरूरी था और अगर भेदभाव था तो पहले केंद्र या राज्य के समक्ष इस मुद्दे को क्यों नहीं उठाया गया।
पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा ने कहा कि सरकार के हर फैसले में भाजपा का समर्थन था। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि हमारे पूर्व सहयोगियों ने हम पर गलत आरोप लगाए हैं।
हमने बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं द्वारा बनाए गए एजेंडा ऑफ अलायंस के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को कभी भी टूटने नहीं दिया। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि इसके बाद भी उन्होंने अपनी जिम्मेदारी लेने से इनकार करते हुए हम पर ऐसे आरोप लगाए हैं।
महबूबा ने आर्टिकल 370 पर यथास्थिति, पाकिस्तान और हुर्रियत से बातचीत एजेंडा ऑफ अलायंस का हिस्सा था। उन्होंने कहा कि वार्ता को बढ़ावा देने, पत्थरबाजों के खिलाफ केस वापसी और एकतरफा सीजफायर भरोसा बहाल करने के उपायों के तौर पर काफी जरूरी थी। इस पर भाजपा ने पूरी तरह समर्थन किया था।