जम्मू-कश्मीर: जेल में बंद बड़े अलगाववादी नेताओं को रिहा करेंगी महबूबा मुफ्ती सरकार!

जम्मू-कश्मीर के महबूबा मुफ्ती सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है. दो साल से जेल में बंद बड़े अलगाववादी नेताओं को अब छोड़ा जा सकता है। इनमें पिछले काफी समय से नज़रबंद चल रहे अलगाववादी नेता यासिन मलिक, सैयद अली शाह गिलानी, मीरवाइज मौलवी भी शामिल हो सकते हैं। यानी मुफ्ती सरकार के राज में एक बार फिर ये अलगाववादी नेता खुली हवा में सांस लेंगे।

सरकारी सूत्रों का मानना है कि जब तक ये नेता किसी भी तरह की एंटी नेशनल स्पीच या कानून के उल्लंघन वाली घटना को अंजाम नहीं देते हैं, तबतक उन्हें बाहर रहने दिया जा सकता है।

बताया जा रहा है कि इस निर्णय को हाईलेवल पर लिया गया है। इसे अलगाववादियों और सरकार के बीच में बातचीत की एक पहल के रूप में देखा जा रहा है।

हालांकि, अभी देखना होगा कि इस मुद्दे पर सरकार में साथी बीजेपी का कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। यह देखना भी अहम होगा कि अलगाववादियों का विरोध करने वाली बीजेपी इस फैसले पर क्या बयान देती है।

गौरतलब है कि ये फैसला ऐसे समय में आया है जिस दौरान केंद्र सरकार की ओर से दिनेश्वर शर्मा घाटी में बातचीत को आगे बढ़ा रहे हैं। दिनेश्वर शर्मा का दौरा लगातार जारी है और वो कई लोगों से मुलाकात कर रहे हैं।

पिछले काफी समय में बीजेपी-पीडीपी की सरकार को आलोचनाओं का सामना करना पड़ा है। कश्मीर में हिंसा, पत्थरबाजी, आतंकी घटनाओं के साथ-साथ पाकिस्तान से बातचीत को लेकर कई तरह के सवाल उठते आए हैं।