जम्मू कश्मीर में चोटी कटने पर बवाल, सेना और स्थानीय लोगों में झड़प

श्रीनगर: जम्मू और कश्मीर में कुपवाड़ा जिले में भीड़ ने मंगलवार को सैनिक पर चोटी काटने का आरोप लगाया| स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस और सेना ने मिलकर उसे भगा दिया| जिसके बाद गाँव वाले प्रदर्शन पर उतर आये| आज सुबह कुपवाड़ा जिले के रेडी चौकीबाल इलाके में एक महिला की चोटी काट ली गई थी। गाँव के लोगों का कहना है कि सेना के एक आदमी ने आज सुबह गांव में गुलाम नबी पीर के घर में घुस कर उनकी बेटी की चोटी काट दी। उन्होंने कहा जिसके बाद घर में शोर मच गया| क्षेत्र के निवासियों ने सड़कों पर बाहर आकर चोटी काटने वाले का पीछा किया और पकड़ लिया| गुस्साई भीड़ ने चोटी काटने वाले सेना के जवान को खम्भे में बांध कर बहुत पीटा|

 

इस घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस और सेना के लोग घटनास्थल पर पहुंचे और उस जवान को भीड़ के चंगुल से छुड़ा कर अपने कब्ज़े में लियासैनिकों द्वारा जवानों को बचाया जाने के बाद, स्थानीय लोगों ने सुरक्षा बल कर्मियों के ऊपर पथराव करने लगे| जिसके जवाब में सेना ने कार्यवाई करते हुए कुछ आंसू गैस के गोले छोड़े| जिसमें कुछ लोग घायल भी हो गये|  हालाँकि एसएसपी कुपवाड़ा शमशेर हुसैन ने स्थानीय लोगों के आरोपों को खारिज कर दिया।

हुसैन ने न्यू इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, “चोटी काटने की घटना सुबह 7.30 बजे की है| पीड़िता पहली मंज़िल पर थी और उसके पिता नीचे मौज़ूद थे| किसी भी बाहरी व्यक्ति का घर की पहली मंजिल में प्रवेश करना संभव नहीं है। महज़ ये एक आरोप है जो बेबुनियाद है|उन्होंने कहा कि भीड़ ने एक सैन्य जवान पर हमला किया जिसके बाद पुलिस ने मामले को संभाला और उस जवान को बचाया|

हुसैन ने कहा कि हमने पीड़िता की शिकायत दर्ज़ कर के “जांच शुरू कर दी है। सूत्रों के अनुसार अब तक घाटी में 100 से अधिक चोटी कटने के मामले सामने आये हैं| ये घटना ज़्यादातर भीड़भाड़ इलाक़े में शाम में या रात के अँधेरे में की जाती है| ऐसी घटनाओं ने लोगों के दिल में दहशत पैदा कर दी है| महिलायें  घर से बाहर निकलने में डरती हैं| घाटी में ऐसी बहुत सी घटना हुई हैं जिसके बाद चोटी काटने वाले को भीड़ ने पकड़ कर मार दिया हालाँकि बाद में वो निर्दोष निकले| एक ऐसी घटना पिछले हफ्ते 70 वर्षीय एक व्यक्ति के साथ हुई जिसको चोटी काटने के शक में मार दिया गया था|

पुलिस ने चोटी काटने की घटनाओं की जांच के लिए विशेष जांच दल का गठन किया है लेकिन सफलता ने उन्हें अभी तक नहीं मिली। चोटी काटने वाले को पकड़ने पर पुलिस ने 6 लाख का ईनाम भी रख दिया है| लेकिन अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।

 

शरीफ़ उल्लाह