जम्मू-कश्मीर में बुरहान वाणी की बरसी पर‌ सीमाएं लागू

श्रीनगर: अधिकारियों ने आज घाटी कश्मीर के कई इलाकों में अनुशासन बनाए रखने के लिए सीमाएं लागू कर दी है, जबकि कश्मीर घाटी में हिजबुल मुजाहिदीन कमांडर बुरहान वाणी की पहली बरसी मनाई जा रही है। श्रीनगर में पांच पुलिस स्टेशनों की सीमाओं में जनता की आवाजाही पर प्रतिबंध लगाया गया।

अधिकारियों ने कहा कि इसी तरह की सीमाएं दक्षिण कश्मीर के कस्बे अनंतनाग में भी लागू की गई हैं। धारा 144 कानून आईपीसी के तहत सार्वजनिक सभा में भी पुलवामा और शोपियां जिलों में सीमाएं लगाया गया हैं। उत्तरी कश्मीर के जिले बारामूला में भी इसी प्रकार की सीमाएं लागू हैं।

यह सीमाएं किसी भी अप्रिय घटना के पेश आने के मद्देनजर एहतियाती उपाय के रूप में लागू की गई हैं। लेकिन बाकी कश्मीर घाटी में जनजीवन अनुकूलन सामान्य हैं। सेना संवेदनशील स्थानों पर पूरी घाटी में तैनात किया गया है ताकि किसी भी प्रकार के विरोध को विफल बनाने के लिए सेना तैनात की गई है।

पिछले साल 8 जुलाई को सेना के साथ एक मुठभेड़ में बुरहान वाणी मारा गया था जिसके परिणाम में पूरी कश्मीर घाटी में विरोध किया गया। यहाँ तक कि कर्फ्यू की भी नौबत आ गई थी 85 लोग मारे गए और हजारों घायल हुए थे जबकि सेना और जनता के बीच झड़पें शुरू हो गई थीं। पुलिस और सेना ने क्षेत्र में कड़े सुरक्षा प्रबंध किए हैं।