जम्मू-ओ-कश्मीर के महकमा जंगलात (Forest Department of Jammu Kashmir / जम्मू कशमीर वन विभाग) ने फैसला किया है कि दुनिया की ताज़ा पानी के लिए मशहूर झील वूलर में ख़ुदरो दरख़्तों को काट दिया जाएगा जिन की तादाद (संख्या)18 हज़ार बताई गई है। एशिया की सबसे बड़ी झील वूलर को मज़ीद फ़रोग़ (ज्यादा रौनक)देने के लिए ये इक़दाम ( कार्य/काम) किया जाएगा।
वज़ीर बराए जंगलात-ओ-माहौलयात (Minister for Forest and Environment)मियां अलताफ़ अहमद ने कल वूलर और मांस बिल झीलों का दौरा किया था और मुताल्लिक़ा (संबंधित) ओहदेदारों को हिदायत की थी कि ख़ुदरो दरख़्तों और झाड़ियों को फ़ौरी तौर ( फौरन,शीघ्र) पर काट कर निकाल दिया जाए।
इस सिलसिला में महकमा (विभाग/Department) ने जुमला 18,010 दरख़्तों की निशानदेही की है। उन्होंने कहा कि दरख़्तों की मौजूदगी से झील का पानी आलूदा ( लिप्त) हो रहा था और ज़रूरत पड़ने पर दरख़्तों की कटाई के लिए असरी मशीनों का भी इस्तेमाल किया जाएगा।
इस अहम काम (जरूरी/ मुख्य काम) के लिए मर्कज़ ने 386 करोड़ रुपये मुख़तस किए हैं।