श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में सियासत हर रोज़ करवट बदल ब्राही है ,कोई कुछ समझ नहीं पा रहा है की क्या होने वाला है । जम्मू-कश्मीर में फिर से पीडीपी-बीजेपी की एलायंस सरकार बनाने को लेकर कई दिनों से जारी कोशिश नाकाम हो गई है। पीडीपी के सूत्रों का कहना है कि सरकार बनाने को लेकर जारी वार्ता फेल हो गई है। उधर, बीजेपी नेता और राज्य में पार्टी के प्रभारी राम माधव ने भी ऐसे ही संकेत दिए हैं और कहा कि सरकार बनाने के लिए अब नई मांगों को मानना संभव नहीं है।राम माधव ने शुक्रवार को कहा, ‘जम्मू कश्मीर में सरकार के गठन पर गतिरोध कायम है। सरकार बनाने के लिए अब नई मांगों को स्वीकार करना संभव नहीं है।’ उन्होंने कहा कि मुफ्ती साहब के निधन के बाद पीडीपी सीएम पद के उम्मीदवार की तलाश कर रही है, लेकिन अभी तक हालात बदले नहीं हैं।
राम माधव ने कहा कि बीजेपी उन्हीं शर्तों के लिए तैयार है,जिन्हें मरहूम मुफ्ती मोहम्मद सईद के वक्त माना गया था। बता दें कि मौजूदा पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती के पिता मुफ्ती मोहम्मद सईद के नेतृत्व में राज्य में तकरीबन एक साल तक बीजेपी और पीडीपी ने मिलकर सरकार चलाई थी। जनवरी में मुफ्ती मोहम्मद सईद की मौत के बाद जम्मू-कश्मीर में 8 जनवरी से राष्ट्रपति शासन लगा हुआ है। नियमों के मुताबिक दो विधानसभा सत्रों के बीच 6 महीने से ज्यादा का गैप नहीं हो सकता है।जम्मू-कश्मीर में गठबंधन के किसी भी घटक दल की तरफ से नई शर्त नहीं लगाए जाने का दावा करते हुए बीजेपी ने हाल ही में उम्मीद जताई कि राजनीतिक गतिरोध खत्म करने का निर्णय पीडीपी को करना है। बीजेपी विधायक दल के नेता निर्मल सिंह ने कहा कि सरकार गठन पर उनका रुख स्पष्ट है। बाकी निर्णय पीडीपी को करना है।