तमिलनाडु की साबिक़ चीफ़ मिनिस्टर जयललिता कल एक इंतेहाई नाज़ुक अदालती इमतेहान का सामना करेंगी जब बैंगलोर हाइकोर्ट ग़ैर मुतनासिब असासों के एक मुक़द्दमे में मुजरिम क़रार दिए जाने के ख़िलाफ़ उनकी तरफ़ से दायर करदा अपील पर अपने फ़ैसले का ऐलान करेगा।
अदालती फ़ैसला एक तेज़ाबी इमतेहान साबित होगा जो टामलनाडो में ना सिर्फ़ हुक्मराँ ऑल इंडिया अन्ना डी एम के और उसकी सरबराह के सियासी मुक़द्दर पर असरअंदाज़ होगा। बल्कि आइन्दा साल असेम्बली इंतेख़ाबात का सामना करनेवाली इस रियासत में सियासी अमल में भी बड़े पैमाने पर नशेब-ओ-फ़राज़ का सबब बन सकता है।